कलयुगी पिता ने ही की बेटी की हत्या
सुल्तानपुर : एक कलयुगी पिता ने विपक्षियों को फंसाने के लिए अपनी ही मासूम बेटी को मौत के घाट उतार दिय
सुल्तानपुर : एक कलयुगी पिता ने विपक्षियों को फंसाने के लिए अपनी ही मासूम बेटी को मौत के घाट उतार दिया। बदला लेने के लिए पड़ोसी पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन पुलिस ने विवेचना शुरू की तो पोल खुल गई।
स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के करमदासपुर गांव में रविवार की सुबह छह वर्षीय खुशी का शव नलकूप के बगल धान के खेत में मिला था। तब ससुराल में रह रहे उसके पिता हनुमान प्रसाद ने हत्या का आरोप अपने पड़ोसी सुखसागर पांडेय पर मढ़ते हुए नामजद मुकदमा दर्ज कराया। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस विवेचना में जुटी तो पिता का बयान व हत्यारोपी की भूमिका में अंतर मिला। यह बात कोतवाल नागेंद्र मिश्रा को खटकी तो उन्होंने हनुमान प्रसाद को अलग ले जाकर पूछताछ शुरू की। बार-बार बयान बदल रहे पिता के साथ पुलिस ने सख्ती की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। कोतवाल मिश्रा ने बताया कि हनुमान प्रसाद ने ही अपनी बेटी खुशी की हत्या की है। उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। मूलत: गोंडा जिले के हरीपुर का मूलनिवासी हनुमान प्रसाद कई वर्षो से करमदासपुर अपनी ससुराल में परिवार समेत रहता है। उसने पुलिस को बताया कि रिश्ते में चचिया ससुर व पड़ोसी सुख सागर उसे जायदाद छोड़कर चले जाने और मार डालने की धमकी देते थे। इससे निजात पाने के लिए उसने अपनी बेटी की हत्या कर दी और सुख सागर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने हनुमान प्रसाद को गिरफ्तार सीजेएम परवेज अहमद की अदालत में पेश किया। जहां से उसे चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।