पैसा ले ठेकेदार हुआ फरार, बंधक हुए भट्ठा मजदूर
सुल्तानपुर : छत्तीसगढ़ से आदिवासी मजदूरों को ईट भट्ठे पर नौकरी दिलाने लाया ठेकेदार पैसा लेकर फरार हो गया। रकम अदा करने के लिए मालिक ने अब श्रमिकों को बंधक बना लिया है। इसकी जानकारी मिलने पर परिवारीजनों ने दोनों सूबों के मुख्यमंत्री सहित आला अफसरों से रिहाई के लिए गुहार की है।
मामला गोसाईगंज थानाक्षेत्र के फाजिलपुर व इटकौली गांव में स्थित ईट-भट्ठों का है। बिलासपुर जिला अंतर्गत थाना मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम रलिया निवासी चंद्रमनी ने छत्तीसगढ़ व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा सुल्तानपुर के जिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र भेजकर शिकायत की है कि जांजगीर चांपा जिला अंतर्गत अकलतरा थानाक्षेत्र के कोतमीसोनार गांव निवासी बलदाऊ मजदूरों का एजेंट है। उत्तर प्रदेश में कई जिलों में ईट-भट्ठों पर लोगों से मजदूरी करवाता है। चंद्रमनी का कहना है कि गत दिनों बलदाऊ उसके परिवारीजनों को अच्छी मजदूरी दिलाने के लिए जिले के गोसाईगंज थानाक्षेत्र अंतर्गत फाजिलपुर गांव में स्थित एक ईट भट्टे पर ले गया। मजदूरों ने कई दिनों तक काम किया। भुगतान की मांग करने लगे तो भट्ठा मालिक ने यह कहकर पैसा देने से मना कर दिया कि ठेकेदार से पूरा लेनदेन हो गया है। सिर्फ खुराकी भर ही पैसा मिलेगा। जब मजदूरों ने विरोध किया तो भट्ठा मालिक ने डराया धमका और सभी को बंधक बना लिया। यहां तक बच्चों के दवा-इलाज के लिए भी पैसा नहीं दिया जा रहा है। जब ठेकेदार से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो पता चला वह फरार हो गया है। कहीं उसका अता-पता नहीं है। चंद्रमनी का कहना है कि भट्ठा मालिक द्वारा मजदूरों का जमकर शोषण किया जा रहा है। दिनभर मेहनत ली जा रही है, लेकिन मजदूरी के नाम पर कहता है कि तुम लोग मेरे कर्जदार हो पैसा नहीं मिलेगा। आरोप हैं कि मजदूरों को कुछ दिनों तक फाजिलपुर स्थित ईट-भट्ठे पर रखा उसके बाद अब इटकौली स्थित भट्ठे पर रखा गया है। बंधक हुए मजदूरों में कृष्णा, चंपा बाई आदि शामिल हैं। पीड़ित परिवारीजन ने आलाधिकारियों से बंधक बनाए गए मजदूरों को रिहा कराए जाने की मांग की है। साथ ही मामले में विधिक कार्रवाई की मांग की है।