दस फीसद के सहयोग से हर घर तक पहुंचेगा शुद्ध पानी
फ्लोराइड आयरन की अधिकता वाले गांवों में ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए खास योजना बनी है। स्वजलधारा के तहत जिले के विभिन्न गांवों का चयन किया जा रहा है। इसमें दस फीसद ग्राम पंचायतों की तरफ से अंशदान किया जाएगा। इसके बाद 90 फीसद धन विभाग द्वारा खर्च किया जाएगा। इससे सौर ऊर्जा आधारित संयंत्र लगाया जाएगा और हर घर तक पानी पहुंचाया जाएगा। पहले चरण में दस गांवों का चयन कर उनका डीपीआर(डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) भेज दिया गया। उम्मीद है कि जल्द ही काम भी शुरू किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : फ्लोराइड व आयरन की अधिकता वाले गांवों में ग्रामीणों को शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए खास योजना बनी है। स्वजलधारा के तहत जिले के विभिन्न गांवों का चयन किया जा रहा है। इसमें दस फीसद ग्राम पंचायतों की तरफ से अंशदान किया जाएगा। इसके बाद 90 फीसद धन विभाग द्वारा खर्च किया जाएगा। इससे सौर ऊर्जा आधारित संयंत्र लगाया जाएगा और हर घर तक पानी पहुंचाया जाएगा। पहले चरण में दस गांवों का चयन कर उनका डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) भेज दिया गया। उम्मीद है कि जल्द ही इस पर काम भी शुरू हो जाएगा।
जल निगम के मुताबिक सौर ऊर्जा आधारित संयंत्र से बिजली आपूर्ति कर पाइप लाइन के माध्यम से पानी आपूर्ति के लिए स्वजलधारा परियोजना शुरू की गई है। पहले चरण में इसके तहत दस ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। इसमें कुल लागत 491.6 लाख रुपये है। जिसमें से दस फीसद यानि 49.106 लाख रुपये ग्राम पंचायतों द्वारा दिया जाना है। इसके साथ ही इस योजना से स्थापित संयंत्र की पांच साल तक देखभाल ग्राम पंचायतों द्वारा किया जाएगा। इन ग्राम पंचायतों का हुआ चयन
491.6 लाख रुपये में दस ग्राम पंचायतों में पाइप लाइन आधारित पेयजल योजना के तहत पानी की आपूर्ति की जानी है। उसमें चतरा ब्लाक का सोढ़ा, दुद्धी का घिवही, बीड़र, बभनी का चैनपुर, राबर्ट्सगंज का लोहरा, परही, म्योरपुर का बेलहत्थी, पिपरी, नगवां का खलियारी, घोरावल का दुगौलिया ग्राम पंचायत शामिल है। बोले अधिकारी..
स्वजलधारा परियोजना के तहत ग्राम पंचायतों में पानी की आपूर्ति की जानी है। इसमें दस फीसद अंशदान ग्राम पंचायतों द्वारा दिया जाना है। बाकी संपूर्ण धनराशि शासन द्वारा बहन किया जाना है। पहले चरण में दस ग्राम पंचायतों का चयन कर डीपीआर भेजा गया है। आगे भी जिन ग्राम पंचायतों में चयन कराना हो वे कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
- हिमांशु यादव, एक्सईएन, जल निगम यूनिसेफ प्रोजेक्ट यूनिट।