पांच गंभीर रोगों के इलाज पर खर्च करने की सीमा हटे
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर में बीते दिनों कोल इंडिया की मेडिकल
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर में बीते दिनों कोल इंडिया की मेडिकल उपसमिति की बैठक में यूनियन के पदाधिकारियों ने पांच गंभीर रोगों के इलाज पर खर्च करने की सीमा हटाने की मांग की है। कहना है कि वर्तमान में ओपीडी व पांच लाख तक की सुविधा कोलकर्मियों को दिए जाने का प्रावधान है।
यूनियन नेताओं ने बताया कि पांच गंभीर बीमारियों के अलावा रिप्लेसमेंट आफ नी एंड हीप, मस्कूलर एट्रोफी व क्रिटिकल दुर्घटना को शामिल करने की भी मांग की गई है। बैठक में चर्चा हुई कि जिन कर्मियों की नौकरी 22 माह से ज्यादा है, उनके वेतन से हर माह दो हजार रुपये तथा जिनकी नौकरी 20 माह से कम बची है, उनसे उसी अनुरूप हर माह इलाज मद में ली जाने वाली राशि ली जाए। यदि रुपये जमा करने के दौरान किसी कर्मी की मौत हो जाती है तो आश्रित को पूरी राशि लौटा दी जाएगी । इसके अलावा एक रजिस्टर्ड कोष व ट्रस्टी बनाने की बात रखी गई है। बैठक में लिए गए निर्णयों को 28 फरवरी व एक मार्च को दिल्ली में होने वाली जेबीसीसीआइ उप समिति की बैठक में रखा जाएगा। अनुशंसा स्वीकार होने के बाद उप समिति इसका ड्राफ्ट तैयार करेगी। बैठक में उपसमिति सदस्यों की ओर से कोल इंडिया के अधिकारियों में एसइसीएल के सीएमडी बीआर रेड्डी, इसीएल के डीपी केएस पात्रो, वाइएन ¨सह, एटक के लखनलाल महतो, एचएमएस के नाथुलाल पांडेय तथा सीटू के जेएस सोधी मौजूद थे।