एक ने किया नामांकन, पांच ने लिया पर्चा
अंतिम चरण में 19 मई को होने वाले मतदान के लिए नामांकन शुरू हो चुका है। दूसरे दिन मंगलवार को कलेक्ट्रेट के जिलाधिकारी न्यायालय कक्ष में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रत्याशी के नामांकन पत्र दाखिल किया। पांच दावेदारों ने नामांकन पर्चा लिया। इस दौरान सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी। नामांकन जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने स्वयं लिया।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : अंतिम चरण में 19 मई को होने वाले मतदान के लिए चल रही नामांकन प्रक्रिया के दूसरे दिन मंगलवार को जिलाधिकारी न्यायालय कक्ष में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रत्याशी के नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके साथ ही पांच दावेदारों ने नामांकन पत्र लिया।
22 से 29 अप्रैल तक चलने वाली नामांकन प्रक्रिया में 27 व 28 अप्रैल को अवकाश की वजह से नामांकन नहीं होना है। ऐसी स्थिति में महज छह दिन ही नामांकन होगा। पहले दिन सोमवार को केवल 13 दावेदारों ने नामांकन पत्र लिया और मंगलवार को एक ने नामांकन किया। निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की प्रत्याशी के रूप में रूबी प्रसाद ने दोपहर बाद एक सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया। उनका नामांकन जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने लिया। इसी तरह निर्दल उम्मीदवार के लिए भूसा आंबेडकर ने तीन सेट, दिव्या प्रकाश ने दो सेट, भारतीय लोकमत राष्ट्रवादी पार्टी से अनूज कुमार कनौजिया ने दो सेट, सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में भाईलाल ने तीन सेट व निर्दल के लिए पंकज कुमार ने एक सेट में नामांकन पर्चा लिया। दूसरे दिन की नामांकन प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में सहायक अभिलेख अधिकारी राजकुमार, अपर जिलाधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह आदि मौजूद थे। सूत्रों की मानें तो 25 अप्रैल को भाजपा-अपना दल (एस) गठबंधन के प्रत्याशी, भाकपा प्रत्याशी, 26 को कांग्रेस के उम्मीदवार का, सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी का भी नामांकन होना है। 30 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच व दो मई को नामांकन वापसी का समय है।
नामांकन के लिए करना पड़ा इंतजार
दोपहर बाद नामांकन करने पहुंची प्रसपा प्रत्याशी पूर्व विधायक रूबी प्रसाद को कुछ देर इंतजार करना पड़ा। जब वह नामांकन करने जा रही थीं तो उनके वकील ने निर्वाचन से जुड़े लोगों से कुछ जानकारी ली। इस दौरान पता चला कि जाति प्रमाणपत्र चुनाव कार्यालय में ही छूट गया था। प्रस्ताव का पहचान पत्र भी छूट गया था। वहां से लाने के बाद उन्होंने पौने तीन बजे नामांकन किया। चप्पे-चप्पे पर रही सुरक्षा की व्यवस्था
जिलाधिकारी न्यायालय कक्ष में नामांकन प्रक्रिया के दौरान चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी। वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग से होकर कलेक्ट्रेट जाने वाले मार्ग पर बैरिकेडिग करके वाहनों को रोका गया। जो प्रत्याशी नामांकन करने जा रहे थे उनके लिए तीन वाहनों के जाने की इजाजत थी। वहां से गुजरने वाले हर वाहन की रिकार्डिंग की जा रही थी। दूसरे बैरियर यानि खनन विभाग के कार्यालय के पास से सभी को पैदल कलेक्ट्रेट जाने की इजाजत थी। नामांकन स्थल पर प्रत्याशी के साथ चार लोगों को जाने की अनुमति रही।