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संस्थान में शिक्षकों की कमी

प्रशिक्षित कर शिक्षक तैयार करने वाले जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान यानि डायट में शिक्षकों का भारी टोटा है। ऐसे में गुणवत्तायुक्त शिक्षक तैयार करने में यहां के शिक्षकों व अन्य कर्मियों को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। डायट में सृजित कुल 4

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Oct 2018 10:01 PM (IST)Updated: Wed, 10 Oct 2018 10:01 PM (IST)
संस्थान में शिक्षकों की कमी
संस्थान में शिक्षकों की कमी

जासं, सोनभद्र : शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र में ही शिक्षकों का टोटा है। यह बात तब उजागर हुई जब बुधवार की सुबह कार्यालयीय समय पर जागरण की टीम जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान यानी डायट में पहुंची। यहां पर पहुंचते ही कमोबेश सभी कक्षों में कर्मचारियों की सीटें खाली दिखाई दीं।

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साथ ही डायट के लिए मानक के अनुरूप कर्मचारियों की नियुक्ति की पड़ताल की गई है। डायट में सृजित कुल 48 पदों के सापेक्ष महज 20 की ही तैनाती हैं। तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भी भारी कमी है। उरमौरा स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में विभिन्न वर्गों को मिलाकर कुल 200 सीट है। यानि यहां से हर साल दो सौ शिक्षक तैयार किए जाते हैं। इन्हें तैयार करने के लिए शासन ने 17 प्रवक्ता व छह वरिष्ठ प्रवक्ता के पद सृजित किए हैं इसमें ज्यादातर पद खाली ही हैं। प्रवक्ता के महज तीन और वरिष्ठ प्रवक्ता के चार पद भरे हुए हैं। ऐसे में यहां किस विषय की पढ़ाई कैसे करनी है इस प्रशिक्षण शिक्षकों को ठीक से नहीं दिया जा रहा है। हालांकि तैनात शिक्षक सभी को पूर्ण करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। कार्यालययी काम करने के लिए भी नौ कनिष्ठ लिपिक के पद हैं। जिसमें से महज चार की ही तैनाती है। एक पद चतुर्थ श्रेणी का खाली है। बुधवार को आफिस लाइव के दौरान यहां के कर्मचारी दफ्तर में मौजूद मिले। इनकी तैनाती

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण देने के लिए 17 में से महज तीन प्रवक्ता तैनात किए गए हैं। ¨हदी, रसायन विज्ञान व इतिहास के प्रवक्ता की तैनाती है। बाकी अंग्रेजी, संस्कृत, शारीरिक शिक्षा, शिक्षा मनोविज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषय की पढ़ाई जुगाड़ से करायी जाती है। डायट से जुड़े लोगों की मानें तो ¨हदी वाले शिक्षक संस्कृत पढ़ाते हैं, रसायन वाले गणित, विज्ञान, इतिहास वाले अन्य सामाजिक विषय का प्रशिक्षण देते हैं।

टूटी है चहारदीवारी, खराब है सीसीटीवी कैमरा

डायट परिसर की चहारदीवारी टूटी पड़ी है। जगह-जगह टूटी चहारदीवारी से कभी आवारा जानवर आ जाते हैं तो कभी बेसहारा पशु आ जाते हैं। इतना ही नहीं सीसीटीवी कैमरा भी यहां का काम नहीं करता। यहां के प्राचार्य राजेंद्र प्रताप कहते हैं कि रिक्त पदों को शासन स्तर से भरा जाना है। यहां से जरूरी पत्राचार किया जा रहा है।

आंकड़ा--

डायट में कुल पद : 48

डायट में भरे पद : 20

रिक्त पड़े पद : 28

2018 बैच के प्रशिक्षु : 198

2017 बैच के प्रशिक्षु : 168

प्रति वर्ष प्रशिक्षण की क्षमता : 200


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