छिटपुट बारिश में भी जोरों पर हो रहा तालाबों का गहरीकरण
जागरण संवाददाता, सोनभद्र: किसी कन्या का विवाह करना जैसे एक महायज्ञ पूरा करने के समान माना गया है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र: किसी कन्या का विवाह करना जैसे एक महायज्ञ पूरा करने के समान माना गया है। उसी प्रकार जल बचाने के लिए शुरू हुए महायज्ञ में बुरी आदतों की आहुति देकर पुण्यलाभ का हिस्सेदार बना जा सकता है। बुरी आदतें इसलिए कि जनपद में जिस प्रकार पानी के संकट की भयावह तस्वीर उभरी है, उसके पीछे पानी को बर्बाद करने की हमारी आदतें ही जिम्मेदार हैं। मिशन सोन जलाग्रह 1001 इसी प्रयास का हिस्सा है। इसके तहत खोदे जा रहे व गहरे हो रहे तालाब और पोखरों में बारिश के पानी को इकट्ठा किया जाएगा। यह तभी सफल होगा जब लोग इसके लिए आगे आएंगे। इन दिनों जनपद में एक अभियान के तहत तालाबों की खोदाई हो रही है जिसमें बारिश के जल को संरक्षित करके यहां उत्पन्न होने वाले जल संकट को दूर करना है। ऐसे में सभी को इसको लेकर जागरूक होने की जरूरत है। बादलों की गड़गड़ाहट में खुद रहे तालाब
जनपद सोनभद्र में पानी के संकट को देखते हुए दैनिक जागरण ने एक अभियान छेड़ा। इसके तहत जनपद में सभी ताल-तलैयों की पड़ताल की गई। उनकी क्षमता को प्रकाशित किया गया। जनपद की आबादी के अनुसार उनकी उपयोगिता को उभारा गया। उनसे संबंधित विभागों की सच्चाई जानी गई। इसी बीच जिला प्रशासन ने इसको संज्ञान में लिया। इसके तहत जिलाधिकारी अमित कुमार ¨सह व मुख्य विकास अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने जल संकट के दुष्परिणाम को देखते हुए तुरंत पोखरों के गहरीकरण का फैसला किया। इसमें जनपद के विभिन्न हिस्सों में उन्हीं तालाबों को सूची का हिस्सा बनाया गया जो पानी संग्रहण के लिए उपयोगी थे। अब स्थिति यह है कि मौसमी बदलाव व छिटपुट बारिश के बावजूद पोखरों के गहरीकरण का काम तेजी से हो रहा है। अब तेजी से बदलने लगा है मौसम
मिशन सोन जलाग्रह के तहत हो रहे पोखरों की खोदाई के काम पर बदलता मौसम बाधा डाल सकता है। हालांकि काम में तेजी है लेकिन अब मौसम ने मानसून का रूप पकड़ना शुरू कर दिया है। देश के कई हिस्सों में मानसून जोर पकड़ लिया है। इसका नजीता यह है कि कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यहां भी सूखी कनहर नदी में पानी दिखने लगा है। आसपास के वनों में नई पत्तियों का पेड़ों पर लगना शुरू हो गया है। ऐसे में जिला प्रशासन ने तालाबों के गहरीकरण के काम में तेजी लाने के लिए पूरा तंत्र लगा दिया है।