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धनबाद रेल मंडल में गठित हुआ एंटी फ्राड स्क्वायड टीम

जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : कोयला चोरी एवं यात्री सुविधाओं के मामले में चर्चित रहे धनबाद रे

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 May 2017 06:25 PM (IST)Updated: Sat, 27 May 2017 06:25 PM (IST)
धनबाद रेल मंडल में गठित हुआ एंटी फ्राड स्क्वायड टीम
धनबाद रेल मंडल में गठित हुआ एंटी फ्राड स्क्वायड टीम

जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : कोयला चोरी एवं यात्री सुविधाओं के मामले में चर्चित रहे धनबाद रेल मण्डल में रेलवे में हो रहे देशव्यापी बदलाव की झलक दिखने लगी है। गढ़वा-¨सगरौली रेलमार्ग के दोहरीकरण, विद्युतीकरण सहित चल रहे आधुनिकी करण के साथ ही अब भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगाने की तैयारी शुरू हो गयी है। रेलवे के ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों की अब खैर नहीं, जो अपने काम में किसी तरह की लापरवाही करते हैं या यात्रियों के साथ उनका व्यवहार अच्छा नहीं होता है। किसी तरह की गड़बड़ी करने वाले कर्मचारियों को पकड़ने के लिए धनबाद मण्डल में एंटी फ्राड स्क्वायड टीम का गठन किया गया है। यह टीम धनबाद स्टेशन से लेकर ¨सगरौली तक बड़े और छोटे-छोटे स्टेशनों व हाल्ट तक छापेमारी करेगी।

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धनबाद रेल मंडल का बहुत बड़ा हिस्सा दुर्गम इलाकों में है। खासकर गढ़वा से लेकर ¨सगरौली तक का बड़ा हिस्सा वन बाहुल्य है।इस मार्ग के दर्जनों स्टेशन आदिवासी बाहुल्य आबादी के बीच हैं। ऐसा अक्सर सूना जाता है कि कई स्टेशनों पर यात्री टिकट भी उपलब्ध नहीं रहता है या टिकट दिया ही नहीं जाता है। ऐसे में अनचाहे रूप से बेटिकट हुए यात्रियों से सुविधा शुल्क वसूलना परम्परा बन चुकी है। इसके साथ ही आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के यात्रियों के साथ रेलवे पुलिस द्वारा दु‌र्व्यवहार भी आम बात है। यही नहीं कोयला चोरी के लिए इस क्षेत्र को काफी अनुकूल माना जाता है। करोड़ों रुपये के सालाना चोरी वाले इस क्षेत्र में एंटी फ्राड स्क्वायड टीम के गठन से कोयला चोरी में भविष्य में प्रभावी रोक लग सकती है।

बोले अधिकारी

धनबाद रेल मंडल के सीनियर डीसीएम आशीष कुमार ने बताया कि एंटी फ्राड स्क्वायड टीम अभी कामर्शियल विभाग के लिए बनायी गयी है लेकिन आने वाले दिनों में इसका विस्तार किया जा सकता है। बताया कि टीम ने अपना कार्य शुरू कर दिया है।

कौन-कौन है टीम में

एंटी फ्राड स्क्वायड टीम में सीनियर डीसीएम, डीसीएम, दो एसीएम व कुछ स्टॉफ शामिल हैं। टीम किसी भी समय पूरे मंडल में कहीं भी जा सकती है। स्क्वायड टीम खासकर यात्रियों से जुड़े कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए बनायी गयी है। साधारण टिकट घर में यदि कोई क्लर्क यात्री से ज्यादा पैसे लेता है, रिजर्वेशन काउंटर पर यात्रियों से ज्यादा पैसा या व्यवहार अच्छा नहीं है, पार्सल कार्यालय में किसी तरह के राजस्व का नुकसान कर रहा हो, रिटाय¨रग रूम बिना बुक किये किसी को दिया जा रहा है या ट्रेन में यात्री को सीट बेची जा रही हो तो टीम ऐसे मामलों में 24 घंटे कार्रवाई के लिए स्वतंत्र होगी।


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