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मुख्यालय का पार्किंग स्थल ठंडे बस्ते में!

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वर्षों से जाम के झाम में फंसते राब‌र्ट्सगंज नगर के लोगों को नई सरकार से ढ

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 May 2017 05:25 PM (IST)Updated: Sat, 27 May 2017 05:25 PM (IST)
मुख्यालय का पार्किंग स्थल ठंडे बस्ते में!
मुख्यालय का पार्किंग स्थल ठंडे बस्ते में!

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वर्षों से जाम के झाम में फंसते राब‌र्ट्सगंज नगर के लोगों को नई सरकार से ढेर सारी उम्मीदें हैं। जिस तरह से नई सरकार बनने पर नगर में पार्किंग स्थल बनाने को लेकर बैठकों और पार्किंग स्थल चुनने पर चर्चाएं हुईं, दो-चार दिनों तक पुलिस के रंगरूटों ने नगर भ्रमण कर अपनी सक्रियता का अहसास कराया उससे तो लगा था कि जल्द ही नगर जाम से मुक्ति पा जाएगा लेकिन कुछ ही दिन के बाद सबकुछ 'ढाक के तीन पात' वाली कहावत को चरितार्थ करते नजर आने लगा। आलम यह है कि ढाई माह का समय बीतने के बावजूद शहर जाम की समस्या से जूझ रहा है। न तो कहीं पार्किंग स्थल बना और न ही डग्गामार वाहनों पर किसी तरह की पाबंदी लगायी गयी।

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लोगों का कहना है कि प्रदेश की भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त तेवर के कारण यहां का जिला प्रशासन अतिक्रमण हटाने और शहर को साफ-सुथरा रखने का निर्देश दिया। उसी क्रम में नगरपालिका प्रशासन, पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से टैक्सी संचालकों, आटो संचालकों व अन्य गणमान्य लोगों के साथ बैठक की। बैठक में प्रस्ताव पास हुआ कि राब‌र्ट्सगंज नगर के बाहर-बाहर चार स्थानों पर पार्किंग स्थल बनाया जायेगा। सवारी वाहन जो भी आएंगे उसी पार्किंग स्थल में रूकेंगे। इसके साथ ही दिन के समय बड़े वाहनों का शहर में प्रवेश वर्जित रहेगा। दो-चार दिनों तक तो पुलिस के जवान खूब डंडा भांजे लेकिन बाद में सबकुछ पहले जैसा ही रह गया। इस वजह से अभी भी शहर में बड़े वाहनों का प्रवेश होता है और आएदिन जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है।

डग्गामार वाहन व ओवरलो¨डग

सोनभद्र : राब‌र्ट्सगंज शहर में ज्यादातर आटो चालक सवारी बैठाने के चक्कर में बढ़ौली चौक, मेन चौक और धर्मशाला चौक तक पहुंच जाते हैं। सवारी बैठाने के दौरान ये यह भी नहीं देखते कि आगे से या पीछे से कोई वाहन आ रहा है। इतना ही नहीं डग्गामार वाहनों में भूसे की तरह सवारी बैठाये जाते हैं। कभी-कभार अगर कोई बाइक सवार या राहगीर आटो चालकों को किनारे खड़ा करने के लिए अगर कह दिया तो वे विवाद करने पर अमादा हो जाते हैं। एक महीने पहले बढ़ौली चौक के पास एक बाइक सवार शिक्षक से इसी बात को लेकर एक आटो चालक ने विवाद कर दिया था। बाद में आटो चालकों ने उसकी पिटायी कर दी थी।

पुलिस की चुप्पी पर उठ रहे सवाल

सोनभद्र : जिस तरह से डग्गामारी होती है वह पुलिस के भी संज्ञान में है। ऐसा नहीं कि नगर में भ्रमण करने वाली पुलिस इस तरह के वाकये से अनजान है। जिस बढ़ौली चौक तक ये डग्गामार वाहन लेकर चालक जाते हैं और ओवरलोड सवारी लादते हैं उन्हें पुलिस के लोग भी देखते हैं। कई बार तो उसी वाहन में बैठकर ये पुलिस कर्मी कचहरी या अन्य स्थल तक भी जाते हैं। बावजूद इसके वे चुप्पी साधे रहते हैं। ऐसे में पुलिस की इस व्यवस्था पर भी सवाल उठता है कि आखिर पुलिस क्यों चुप रहती है।

बोले अधिकारी..

पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर धनंजय कुशवाहा ने इस संबंध में बताया कि पार्किंग स्थलों के लिए प्रस्ताव बना है। कुछ औपचारिकताएं बाकी रह गई हैं। एक सप्ताह के भीतर इस पर पुन: चर्चा करके नगर को जाम से मुक्ति दिलायी जाएगी।


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