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नोटबंदी के एक महीने बाद भी नहीं आए 500 के नोट

सोनभद्र : नोटबंदी का एक महीना बीतने के बावजूद जिले में नकदी का संकट दूर नहीं हुआ है। इससे लोगों क

By Edited By: Published: Thu, 08 Dec 2016 06:33 PM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2016 06:33 PM (IST)
नोटबंदी के एक महीने बाद भी नहीं आए 500 के नोट

सोनभद्र : नोटबंदी का एक महीना बीतने के बावजूद जिले में नकदी का संकट दूर नहीं हुआ है। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां परेशानी सबसे बड़ी वजह अब तक पांच सौ रुपये के नोट का न आना माना जा रहा है। नकदी संकट से निजात पाने के लिए लोग कड़कड़ाती ठंड में भी बैंक के बाहर सुबह के समय लाइन लगाते हैं। गुरुवार को भी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग कतार लगाए नजर आए। वहीं बंद पड़े एटीएम से भी लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं।

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राब‌र्ट्सगंज नगर के कचहरी रोड पर स्थित करीब आधा दर्जन बैंकों के एटीएम में से महज भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम से ही रुपये निकल रहे थे। इस लिए यहां सुबह से शाम तक लोगों की कतार लगी रही। एटीएम से भी महज दो हजार रुपये की नोट निकलने के कारण लोगों के समक्ष फुटकर की गंभीर समस्या है। इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक, यूनियन बैंक, केनरा बैंक, इंडियन बैंक और म¨हद्रा कोटक बैंक के एटीएम पूरे एक महीने से बंद पड़े हैं। हालांकि इन बैंकों से सामान्य स्थिति में दस हजार रुपये तक और अधिक जरूरत होने पर 24 हजार रुपये तक का भुगतान किया जा रहा है। गुरुवार को पिपरी रोड पर स्थिति इलाहाबाद बैंक और एचडीएफसी बैंक के एटीएम से रुपये निकले। बाकी सभी बैंकों के एटीएम खामोश पड़े रहे। उधर, बैंकों में भी सौ-सौ रुपये की नोट कम होने और पांच सौ रुपये की नोट अब तक न आने के कारण दो-दो हजार रुपये का भुगतान किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति विभिन्न बैंकों की शाखाओं से तो अभी भी महज पांच हजार रुपये तक का ही भुगतान किया जा रहा है।

महुली प्रतिनिधि के अनुसार : महुली स्थिति बैंक मे सुबह आठ बजे से ही दो रुपये लेने के लिए लोग कतार में खड़े हो रहे हैं। महुली निवासी रामचन्द्र ने बताया कि हम लोग काम छोड़कर दो दिनों से बैंक के बाहर कतार लगा रहे हैं। दो-दो हजार रुपये इकठ्ठा करके हम लोग किसी तरह अपना काम चला रहे हैं। उन्होंने बैंक के बाहर अलाव की व्यवस्था कराने की मांग की। कहा कि सुबह से ही लोग रुपये निकालने के लिए आने लगते हैं। घंटों कतार में खड़ा होने के बाद तब कही जाकर रुपये मिलते हैं। ऐसे में यहां अलाव की व्यवस्था होनी चाहिए।

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नोटबंदी के विरोध में सपाजनों ने फूंका वित्तमंत्री का पुतला

सोनभद्र : नोटबंदी के विरोध में समाजवादी पार्टी नगर इकाई के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को चुर्क मोड़ स्थित तिराहे पर केंद्रीय वित्त मंत्री का पुतला फूंका। कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि नोट बंदी से देश 15 साल पीछे हो गया। नगर अध्यक्ष प्रमोद यादव ने कहा कि नोट बंदी के फैसले से कालाधन रखने वालों पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। भाजपा के नेताओं ने नोटबंदी के पहले ही अपने कालाधन सफेद कर लिए हैं। अपना कालाधन सफेद करने के बाद इस तरह का फैसला लिया गया। उन्होंने दावा किया कि नोट बंदी से परेशान हो रही किसानों की खेती प्रभावित हो रही है तो वहीं आम आदमी नकदी के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को विवश है। महिला सभा की जिलाध्यक्ष मंदाकिनी पांडेय ने कहा कि केंद्र सरकार नोट बंदी करके महिलाओं को छलने का काम किया है। महिलाएं अपने घर का काम छोड़कर रुपये के लिए बैंक में कतार लगा रही हैं। आने वाले विधानसभा चुनाव में महिलाएं इसका जवाब जरूर देंगी। पुतला फूंकने वालों में अनिल यादव, मनिष त्रिपाठी, सोहराब खां, निधि पांडेय, कलाम, मीना, महेश कुमार यादव, बच्चा चौहान, इसहाक आदि शामिल थे।


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