Move to Jagran APP

हाड़ कंपाऊ ठंड में छूटी कंपकंपी, दुबके लोग

सोनभद्र : एक बार फिर गुरुवार को पारे ने गोता लगा दिया। सोनांचल में पूरे दिन सूरज के दर्शन नहीं हुए।

By Edited By: Published: Thu, 08 Dec 2016 05:58 PM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2016 05:58 PM (IST)
हाड़ कंपाऊ ठंड में छूटी कंपकंपी, दुबके लोग

सोनभद्र : एक बार फिर गुरुवार को पारे ने गोता लगा दिया। सोनांचल में पूरे दिन सूरज के दर्शन नहीं हुए। कोहरे की चादर से आसमान ढंका रहा। कोहरे व ठंड के कारण यातायात व्यवस्था भी प्रभावित रही। जनपद से गुजरने वाली त्रिवेणी व मूरी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से करीब चार से पांच घंटे विलंब से अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई। मौसम विभाग के अनुसार जिले का अधिकतम तापमान 16 व न्यूनतम तापमान 9 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया।

loksabha election banner

सर्दी का सितम अपने चरम पर है। कोहरे की चादर पूरे दिन भगवान सूर्य के दर्शन नहीं होने दिया। सूर्य के न निकलने के कारण गलन में तेजी से बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। पश्चिमी हवाएं चलने से पूरे दिन लोग घरों में ही रहना पसंद किया। ठंड का आलम यह रहा कि शाम को हमेशा गुलजार रहने वाला बढ़ौली व धर्मशाला चौक सात बजे के बाद से सुनसान हो गया। इक्का-दुक्का लोगों को छोड़कर कुछ रिक्शा चालक दिखे। चौराहों पर अलाव न जलने के कारण आमजन को काफी समस्या हुई। मौसम विभाग के अनुसार अभी ठंड और भी बढ़ेगी।

धान क्रय केंद्रों पर भी किसान अपनी उपज संग ठंड में ठिठुरने को विवश रहे। क्रय केंद्रों पर प्रशासन का दावा फेल साबित होता जा रहा है। अलाव न जलने के कारण अपनी उपज को लेकर किसान भयंकर ठंड में रात बिता रहा है। इसके अलावा रोडवेज बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन के पास भी करीब-करीब यही स्थिति रही। पालिका और जिला प्रशासन इस गंभीर समस्या पर मौन धारण किए हुए है।

कोयले व लकड़ी के बाजार में तेजी

बढ़ती ठंड के साथ ही कोयले व लकड़ी के बाजार में तेजी आ गई है। नगर के मेन मार्केट में कोयले व लकड़ी की दुकानों पर ग्राहकों की भारी भीड़ गुरुवार को देखी गई। कोयला 35 से 40 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिका। वहीं दूसरी ओर इलेक्ट्रानिक की दुकानों पर हिटर की खरीद में तेजी आई है।

गर्म कपड़ों की खरीद बढ़ी

गतवर्ष कम ठंड पड़ने के कारण गर्म कपड़े की दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। लेकिन इस वर्ष दिसंबर के प्रारंभ से ही ठंड ने अपना असर दिखा दिया है। बढ़ते ठंड के साथ ही मेन मार्केट स्थित गर्म कपड़ों के दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखी गई। दुकानदार पुनीत जैन, संजय व विनोद ने बताया कि ठंड बढ़ने के साथ ही गर्म कपड़ों के लिए ग्राहकों की भीड़ बढ़ रही है। बताया कि अगर ठंड इसी तरह कुछ दिन और रह गया तो पिछले साल का घाटा इस बार पूरा हो जाएगा।

ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ा

सर्दी बढ़ने के साथ ही ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। आमतौर पर सर्दियों के मौसम में 50 से 65 साल की उम्र के लोगों में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन अब 40 साल के आसपास के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है बदलती लाइफ स्टाइल और खानपान। ब्रेन स्ट्रोक में अचानक काम करना बंद कर देती हैं। बोलने की क्षमता प्रभावित होती है और आंखों से साफ दिखाई नहीं देता। ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीजों में सामान्य लोगों के मुकाबले ब्रेन स्ट्रोक का खतरा दोगुना ज्यादा रहता है। खास बात यह है कि इसका कोई प्रारंभिक लक्षण नहीं होता है। किसी व्यक्ति को अचानक ब्रेन स्ट्रोक हो जाए तो शुरुआती चार घंटे उसके लिए बेहद अहम होते हैं। इन चार घंटों में उपचार और मरीज की सही देखरेख से मरीज की जान बचाई जा सकती है।

ठंड लगने के लक्षण

-अचानक बुखार आना।

-बार-बार छींकना।

-स्वाद व सुगंध की अनुभूति कम होना।

-बार-बार खांसी आना।

-गले में घरघराहट।

-नाक बंद हो जाना।

-सिर में दर्द उठना।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.