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रुक-रुक कर बारिश से जनजीवन प्रभावित

सोनभद्र : कभी रुक-रुक कर तो कभी झमाझम हो रही बारिश से सोनांचल में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो

By Edited By: Published: Wed, 28 Sep 2016 07:02 PM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2016 07:02 PM (IST)
रुक-रुक कर बारिश से जनजीवन प्रभावित

सोनभद्र : कभी रुक-रुक कर तो कभी झमाझम हो रही बारिश से सोनांचल में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। शहरी क्षेत्रों में जलजमाव के कारण लोगों का घरों से निकलना दुश्वार हो गया है तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के महीनों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। ऐसे में किसानों के माथे पर बल देखा जा रहा है। इलाके के तालाब, पोखरे, नदी, नाले भी लबालब भरे हैं। कई तो खतरे निशान तक पहुंचने के कगार पर है।

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सोमवार से ही मौसम का मिजाज बदला-बदला सा नजर आने लगा था। दिनभर धूप और शाम को हुई झमाझम बारिश ने जहां तापमान में गिरावट ला दिया था वहीं शहरी क्षेत्रों में जगह-जगह जलजमाव हो गया था। रात में हुई बारिश ने तो कई क्षेत्रों में लोगों को बेघर कर दिया था। धर्मदासपुर में कई घर गिर गए थे। जिससे यहां के लोग सामुदायिक भवन में अपना आशियाना बना लिए थे। मंगलवार को कुछ मौसम साफ हुआ तो लोगों को लगा कि अब बारिश नहीं होगी लेकिन रात में पुन: बारिश तेज हो गई। बुधवार को भी बारिश खुलने का नाम नहीं ली। बारिश के कारण राब‌र्ट्सगंज नगर में कई जगहों पर जलजमाव हो गया। इससे लोगों को परेशानी हुई।

किसानों की बची उम्मीद पर भी फिर सकता है पानी

सोनभद्र: इस साल अच्छे मौसम से अच्छी खेती की उम्मीद थी। ऐसे में किसानों ने ज्यादा लाभ लेने के चक्कर में परंपरागत खेती को छोड़कर नकदी फसलों की खेती करने का फैसला लिया। सोनांचल के लगभग 30 फीसद किसान मिर्च और टमाटर की खेती किया। शुरुआत में फसल अच्छी रही लेकिन अगस्त के शुरुआत में हुई अत्यधिक बारिश से कई किसानों की कमर टूट गई। फसलें पूरी तरह पानी से खराब हो गईं। जो कुछ उम्मीद बची थी उस पर अब पानी फिरता दिख रहा है। किसानों की मानें तो इस तरह से बारिश हुई तो बची हुई फसल भी बरबाद हो जाएगी।

खतरे के निशान से महज .05 फीट दूर धंधरौल बांध

सोनभद्र: कभी रुक-रुक कर तो कभी झमाझम बारिश से तालाब और बांध लबालब भर गए हैं। नगवां बांध का जलस्तर मंगलवार की रात में खतने के निशान यानी 1163 फीट पर पहुंच गया था। बाद में पानी डिस्चार्ज करके इसे नियंत्रण में किया गया। उधर, धंधरौल बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यहां का जलस्तर खतरे के निशान से महज .05 फीट ही दूर है। सूत्रों की मानें तो तीन दिनों से हो रही रुक-रुक कर बारिश से जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। समाचार लिखे जाने तक धंधरौल बांध का जलस्तर 1042.95 फीट था। यहां का जलस्तर जैसे ही 1043 फीट पर पहुंचेगा वैसे ही आस-पास के इलाकों में अलर्ट घोषित करते हुए घाघर बैराज में पानी छोड़ा जाएगा। बांध से जुड़े लोगों की मानें तो फिलहाल नहर आठ फीट पर चलायी जा रही है। इस लिए जितना पानी बढ़ रहा है उतना पानी निकल भी रहा है। अगर बारिश तेज हुई तो जलस्तर खतर के निशान तक पहुंच सकता है।


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