गर्भवती महिला को हुई दिक्कत तो करा दिया पुलिया का मरम्मत
दुद्धी (सोनभद्र): गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने में दिक्कत हुई तो ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी ने
दुद्धी (सोनभद्र): गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने में दिक्कत हुई तो ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी ने दो दिन के कड़ी मशक्कत के बाद दुधमनिया नाले की क्षतिग्रस्त पुलिया की बगैर किसी लाग लपेट के मरम्मत करा दिया। इससे सुंदरी गांव फिर से देश दुनिया से जुड़ गया।
चार दिन पूर्व कनहर व पांगन नदी में उफान के कारण सुंदरी गांव से निकलने के लिए एक मात्र बचे दुधमनिया नाले की पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसकी वजह से पूरा गांव मुश्किल में फंस गया था। उनकी परेशानी शुक्रवार को उस वक्त और बढ़ गई,जब गांव की एक बहू प्रसव पीड़ा से तड़पने लगी। किसी तरह खटिया मचिया में लादकर बहु को अस्पताल भेजने वाले ग्रामीणों ने उसी क्षण इस समस्या से निजात पाने के लिए क्षतिग्रस्त पुलिया को तत्काल दुरुस्त करने का निर्णय लिया। इसमें ग्राम प्रधान फनीश्वर जायसवाल व सेक्रेटरी पार्थ नाथ ¨सह का साथ मिला तो उनका उत्साह बढ़ गया। दो दिन के अंदर क्षतिग्रस्त मार्ग का मरम्मत कर उस पर आवाजाही शुरू कर दी। गत सप्ताह कनहर डूब क्षेत्र के महत्वपूर्ण सुंदरी गांव का जल घिराव के कारण देश दुनिया से संपर्क टूटा तो ग्रामीण इसे नियति मानकर बैठ गये। कनहर व पांगन नदी से घिरे इस गांव के लोगों के निकलने वाले सभी रास्ते लगभग बंद हो जाते हैं। लोग दुधमनिया नाले की ओर से तीस से चालीस किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाकर अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति किया करते थे किन्तु गुरुवार की मध्य रात हुई भारी बारिश में लोगों के आवाजाही का एक मात्र रास्ता दुधमनिया नाले पर बनी पुलिया भी बाढ़ में पूरी तरह से बह गई। इसका असर यह हुआ कि हजारों की आबादी वाले इस गांव का संपर्क पूरी तरह से कट गया। इसी बीच शुक्रवार को गांव की एक बहू को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो लगा पूरे गांव पर विपदा आ गई। ऐसे हालात में बहू को अस्पताल पहुंचना आवश्यक था किन्तु गांव से बाहर जाने वाले सभी मार्ग बंद जलमग्न हो चुके थे। घंटों विचार-विमर्श के बाद ग्रामीणों ने खटिया पर लिटाकर बहू को किसी तरह नाला पार कराया। इसके बाद ग्राम प्रधान फनीश्वर जायसवाल ने ग्राम पंचायत सेक्रेटरी पार्थ नाथ ¨सह को मामले से अवगत कराते हुए क्षतिग्रस्त पुलिया में मिट्टी व पत्थर भराई का कार्य ग्रामीणों की मदद से शुरू करा दिया। दो दिन की मशक्कत के बाद क्षतिग्रस्त पुलिया पर जब आवाजाही शुरू हुई ग्रामीणों में खुशी की लहर छा गई। अब ग्रामीणों को भरोसा हो गया कि उनके गांव में नियमित आने वाली पुलिस कां¨बग के साथ ही राशन आदि के भी वाहन बगैर किसी अवरोध के गांव तक पहुंच जाएंगे।