जानलेवा बनी मानव रहित रेलवे क्रा¨सग
सोनभद्र : चुनार-चोपन रेल खंड पर मानवरहित 11 रेलवे क्रा¨सग जानलेवा साबित हो रही है। पूर्व में हुए हाद
सोनभद्र : चुनार-चोपन रेल खंड पर मानवरहित 11 रेलवे क्रा¨सग जानलेवा साबित हो रही है। पूर्व में हुए हादसे इस बात की गवाही कर रहे कि सावधानी हटी, दुर्घटना घटी। करमा थाना क्षेत्र के खैराही गांव में स्थित मानव रहित रेलवे क्रा¨सग पर 13 फरवरी 2014 को ट्रेन की चपेट में आटो के आने से एक सवार की मौत हो चुकी है। इसके पहले भी मानव रहित रेलवे क्रा¨सग पर कई हादसे हो चुके हैं।
चुर्क पीडब्ल्यूआइ जगदीश ¨सह के मुताबिक राबर्ट्सगंज से खैराही के बीच दो, खैराही से लूसा के बीच पांच, लूसा से सक्तेषगढ़ के बीच दो एवं सक्तेषगढ़ से चुनार के बीच दो मानव रहित रेलवे क्रा¨सग हैं। उन्होंने बताया कि इसमें से एक को बंद करने की कवायद जारी है। हालांकि अभी वक्त लगेगा। मानव रहित रेलवे क्रा¨सग को बंद करने की मांग कई वर्षों से उठ रही है।
बेरोकटोक निकल रहे वाहन : मानव रहित रेलवे क्रा¨सग पर वाहनों का प्रवेश वर्जित करने के लिए रेलवे के गाडर दूर-दूर लगाए गए हैं। जिसकी वजह से हादसे हो रहे हैं। यदि इन वाहनों को बैरियर या पास-पास गाडर लगाकर बंद कर दिया जाए तो हादसों में कमी आएगी। मानव रहित रेलवे क्रा¨सग से सिर्फ पैदल ही आने जाने की अनुमति दी जानी चाहिए।
भदोही की घटना से दहल गए लोग
भदोही जिले में मानव रहित रेलवे क्रा¨सग पर स्कूल वैन के ट्रेन की चपेट में आने से 13 छात्रों की मौत से लोग दहल गए। सबसे बड़ा मसला यह है कि हादसे के बाद कुछ दिनों तक इस व्यवस्था पर बहस शुरू होती है लेकिन बाद में लोग भूल जाते हैं। जबकि जनता मानव रहित रेलवे क्रा¨सग को बंद करने या फिर गेट लगाने की मांग करती चली आ रही है।