महुअरिया रेलवे स्टेशन पर सुविधाओं का अभाव
महुली (सोनभद) : चोपन कंट्रोल रूम के नक्सल क्षेत्र में आने वाले महुअरिया रेलवे स्टेशन की स्थिति बदतर
महुली (सोनभद) : चोपन कंट्रोल रूम के नक्सल क्षेत्र में आने वाले महुअरिया रेलवे स्टेशन की स्थिति बदतर हो गई है। यहां से प्रतिदिन लगभग 25 गांव के लोगों का आना-जाना होता है लेकिन स्टेशन पर सुविधा के नाम पर सबकुछ शून्य है। प्लेटफार्म न होने की वजह से ट्रेन में कभी-कभी चढ़ते-उत्तर समय लोग गिरकर घायल हो जाते हैं। इससे काफी परेशानी हो रही है।
बदहाली की स्थिति यह है कि प्लेटफार्म पर कहीं भी यात्री शेड की व्यवस्था न होने के कारण लोगों को कड़ी धूप में ही ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है। शौचालय का भी कोई इंतजाम न होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को होती है। पानी की समस्या तो बहुत ही बड़ी है। स्टेशन पर पानी के लिए न तो टंकी बनाई गई है न ही पीने के लिए पानी ही रखा जाता है। यहां आने-जाने के लिए मात्र एक पैसेंजर गाड़ी ही रुकती है।
इन समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने धनबाद के जीएम से मिलने कर ज्ञापन दिया था लेकिन जीएम ने आश्वासन के सिवाय कुछ भी नहीं दिया। एक वर्ष बीत जाने के बाद भी न तो कोई ट्रेन रूकी और न ही स्टेशन का कोई सुधार ही हुआ। ग्रामीण शेकरार अहमद, लखनलाल यादव, कमलेश कनौजिया, विवेक, बिहारी सोनी व पंकज का कहना है कि जहां एक सांसद, एक विधायक, आधा दर्जन आइएएस व पीसीएस की जन्मभूमि है, वहां के रेलवे स्टेशन पर एक भी एक्सप्रेस गाड़ी का न रुकना लोगों के साथ धोखा है।
ग्रामीणों ने रेलवे स्टेशन पर समुचित सुविधा व और गाड़ियों के ठहराव की मांग की है।