लक्ष्य से कोसों दूर है गेहूं खरीद
सोनभद्र: गेहूं खरीद लक्ष्य को अब प्राप्त करना जिला प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा। कारण कि जनपद
सोनभद्र: गेहूं खरीद लक्ष्य को अब प्राप्त करना जिला प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा। कारण कि जनपद में गेहूं खरीद का लक्ष्य इस बार साढ़े 26 हजार मीट्रिक टन रखा गया था। बारिश व अन्य प्राकृतिक आपदाओं को देखते हुए इसमें भी संशोधन कर दिया गया लेकिन इस लक्ष्य के आसपास भी गेहूं की खरीद नहीं पहुंच पाई है, जबकि खरीद की अंतिम तिथि 15 जून है।
विपणन अधिकारी बीआर चतुर्वेदी ने बताया कि 52 क्रय केंद्रों में से दस क्रय केंद्रों पर तो खरीद न के बराबर हो रही है, जबकि घोरावल, नगवां, चतरा, राबटर्संगज ब्लाक में खरीद का कार्य सुचारु रूप से संचालित है। बताया कि नगवां गेहूं खरीद में प्रथम स्थान पर है। श्री चतुर्वेदी ने बताया कि अभी तक 11 हजार एमटी गेहूं की खरीद संभव हो सका है।
15 दिन पहले समाप्त होगी खरीद गेहूं खरीद की अंतिम तिथि पहले 30 जून हुआ करती थी लेकिन अब इसे घटाकर 15 जून कर दिया गया है। इसके अलावा लक्ष्य को भी कम किया गया है, पिछली बार लक्ष्य 33 हजार एमटी था जो इस बार साढ़े 26 हजार कर दिया गया है। गेहूं की ऊपज भी इस बार बे-मौसम बारिश व अन्य कारणों से कम हुई है। धान की ऊपज में घाटा उठाने के बाद किसानों की जो ऊपज खेत से घर तक पहुंची थी उसे सरकारी पचड़े में न पड़ सीधे बाजार में जाकर बेंच दिया। नगवा व सिटी ब्लाक के किसान सुरेश, राहुल, आशुतोष दुबे, सूरज वर्मा ने कहा कि ऊपज बेचने के बाद पैसे के लिए कौन क्रय केंद्रों का चक्कर लगाएं इसलिए अपनी ऊपज को सीधे बाजार में बेचकर पैसे ले लिया गया है।
वहीं दूसरी तरफ इस बाबत विपणन अधिकारी ने बताया कि जिन किसानों से गेहूं खरीद की गई उन्हें तत्काल उसका भुगतान कर दिया गया है। इस बार किसी भी किसान का पैसा नहीं रोका गया है।