लक्ष्य को हरहाल में किया जाए पूरा
सोनभद्र: राज्य पोषण मिशन के लक्ष्यों को हरहाल में पूरा किया जाय। माताओं व तीन वर्ष के कम के बच्
सोनभद्र: राज्य पोषण मिशन के लक्ष्यों को हरहाल में पूरा किया जाय। माताओं व तीन वर्ष के कम के बच्चों में कुपोषण की रोकथाम के लिए चलाई जा रही योजनाओं के लिए बाल विकास एवं पोषाहार विभाग पूरी तत्परता दिखाएं।
यह कहना है जिलाधिकारी संजय कुमार का। वह शुक्रवार को राज्य पोषण मिशन 2015-16 की समीक्षा कर रहे थे।
श्री कुमार ने कहा कि बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार के तहत दी जाने वाली स्कूल पूर्व शिक्षा, पूरक पोषाहार, स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण स्वास्थ्य एवं पोषाहार शिक्षा और संदर्भ सेवाएं सोनभद्र जिले के लिए काफी महत्वपूर्ण है। वर्तमान सरकार सभी गर्भवती महिलाओं, सात महीने से तीन साल तक के बच्चों, तीन साल से छह साल के बच्चों के लिए पुष्टाहार की मुकम्मल व्यवस्था की है। इसके साथ ही किशोरी बालिकाओं को भी अच्छे स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए 11 से 18 वर्ष की किशोरियों को भी पोषाहार की व्यवस्था है। जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा ¨सह को निर्देशित किया कि वह राज्य पोषण मिशन के जन जागरुकता के लिए जिला स्तर से कार्यशाला आयोजित कराएं। योजनाएं तो चलती हैं मगर उसकी सही जानकारी सही समय पर नागरिकों को न मिलने से पात्रों को वंचित रहना पड़ता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य पोषण मिशन कार्यक्रम के तहत गोद लिए गए 44 गांवों को 100 फीसदी कुपोषण मुक्त करने की सभी कवायद पूरी कर ली जाए। जांच के दौरान कमियां पाये जाने पर जिला कार्यक्रम विभाग के साथ ही संबंधित नोडल अधिकारी भी जिम्मेदार होंगे। इसी प्रकार से जिले के 20 नोडल अधिकारी, जिन्होंने दो-दो गांव गोद लिये हैं तथा अपने-अपने गांवों को कुपोषण से मुक्त कराएं। समीक्षा बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा सभी तथ्य प्रस्तुत किए गए, जिस पर जिलाधिकारी ने कार्य में सुधार के साथ ही लक्ष्य को पूरा करने की हिदायत दी। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी महेंद्र ¨सह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एबी ¨सह, बीएसए नंदलाल ¨सह, जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा ¨सह आदि रहे।