विधायक ने सीएम से की बीएसए की शिकायत
सोनभद्र: अगस्त 2014 में सहायक अध्यापक बने दुरस्त बीटीसी व बीटीसी प्रशिक्षुओं के वेतन के मामले ने मंग
सोनभद्र: अगस्त 2014 में सहायक अध्यापक बने दुरस्त बीटीसी व बीटीसी प्रशिक्षुओं के वेतन के मामले ने मंगलवार को नया मोड़ ले लिया। राबर्ट्सगंज सदर विधायक अविनाश कुशवाहा ने मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव व जिलाधिकारी को पत्र भेजकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी नंदलाल पर वेतन निकासी के लिए अवैध वसूली किए जाने का आरोप लगाया है।
विधायक का कहना है कि अगस्त 2014 में जिले में कुल 654 शिक्षकों की तैनाती हुई थी। नौ माह बीत जाने के बाद भी शिक्षकों को वेतन नहीं दिया जबकि सहायक अध्यापक के पद पर चयनित सभी शिक्षामित्रों व बीटीसी प्रशिक्षुओं के प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया जा चुका है। शिक्षकों द्वारा निर्धारित प्रारूप पर शपथ पत्र भी बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिया जा चुका है। विधायक ने बताया कि वेतन न मिलने से परेशान शिक्षकों ने यह भी बताया है कि जिले में अभी तक महज उन 27 समायोजित शिक्षकों को वेतन का भुगतान कराया गया है। कहा कि बेसिक शिक्षा अधिकारी वेतन भुगतान करने में भारी भरकम धनउगाही की फिराक में हैं। इससे प्रदेश सरकार की साख गिर रही है और लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
विधायक ने मुख्यमंत्री से उक्त शिक्षकों का वेतन अविलंब दिलाने व दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
आरोप है कि जब से बीएसए के पद पर नंदलाल आए हैं शिक्षा विभाग में विवाद बढ़ गए हैं। शिक्षा व्यवस्था जहां बेपटरी हुई है, वहीं महकमे के कर्मियों व शिक्षकों में आक्रोश पनपा है। शिक्षक भी दबी जुबान बीएसए को हटाने की मांग करते चले आ रहे हैं।
आरोप निराधार : बीएसए
इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी नंदलाल ने विधायक के लगाए आरोपों का निराधार बताया। बोले सूची तैयार की जा रही है और जल्द ही वेतन दे दिया जाएगा। सरकार के आदेश के बावजूद नौ माह बीत जाने पर वेतन न देने के सवाल का बीएसए के पास कोई जवाब नहीं था।