करोड़ों खर्च के बाद भी 50 कूप अधूरे
.... आसनडीह (सोनभद्र) : सिंचाई के लिए भले ही किसान पानी मांगते हों लेकिन जिला प्रशासन के नुमाइं
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आसनडीह (सोनभद्र) : सिंचाई के लिए भले ही किसान पानी मांगते हों लेकिन जिला प्रशासन के नुमाइंदों को इसकी फिक्र नहीं है। इसका ताजा उदाहरण बभनी ब्लाक है जहां 50 से अधिक सिंचाई कूपों को खोद कर अधूरा छोड़ दिया गया है। करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद वह खेतों की प्यास बुझाने में असमर्थ हैं।
बभनी ब्लाक में अधूरे पड़े सिंचाई कूप वर्ष 2010 से 2014 के बीच के है। ग्राम पंचायत बभनी में 17, हथियार, शीशटोला, बजिया, आसनडीह व धनवार गांव में आठ-आठ, जिगनहवा, खोतो महुआ, डूभा में चार-चार, अरझट, घघरी, घघरा, घनखोर, भंवर, इकदिरी, मचबंधवा व चौना में छह-छह, रंदह व डुमरहर में सात-सात एवं वैना में पांच सिंचाई कूप अधूरे हैं। ये सभी सिंचाई कूप पांच से छह लाख रुपये की लागत से बनने थे। इन कूपों की खोदाई में एक से डेढ़ लाख रुपये खर्च भी हुआ है लेकिन किसानों को उसका लाभ नहीं मिला।
धन का अभाव बता रहे वजह : बभनी ब्लाक के खंड विकास अधिकारी आशा राम पटेल ने बताया कि बजट की कमी के चलते सिंचाई कूपों का निर्माण पूरा नहीं हो सका। क्षेत्र पंचायत से बन रहे कूप के कार्यक्रम अधिकारी अवनीश कुमार के मुताबिक ज्यादातर अधूरे कूप वर्ष 2013 के है। इसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन को दे दी गई है।