लक्ष्य पाने को गंभीरता से हो रहे प्रयास
अनपरा (सोनभद्र) : चालू वित्त वर्ष में एनसीएल को अब तक का सर्वाधिक कोयला उत्पादन लक्ष्य 77 मिलियन टन
अनपरा (सोनभद्र) : चालू वित्त वर्ष में एनसीएल को अब तक का सर्वाधिक कोयला उत्पादन लक्ष्य 77 मिलियन टन एवं पुराने स्टाक समेत कोल आफटेक (डिस्पैच) लक्ष्य 78 मिलियन टन हासिल करना है, जिसे प्राप्त करने की दिशा में कंपनी पूर्ण मनोयोग के साथ अग्रसर है।
एनसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक तापस कुमार नाग ने बुधवार को एनसीएल मुख्यालय सिंगरौली में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी देते हुए कहा कि गत छमाही में कंपनी ने 28.81 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर लिया है, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 3.16 प्रतिशत अधिक है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तक कंपनी का कोल आफटेक 32.88 मिलियन टन रहा है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि से 4.37 प्रतिशत अधिक है।
श्री नाग ने कहा कि कंपनी ने कोयला उत्पादन एवं प्रेषण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हाल ही में कई कदम उठाए है। ओवरबर्डन हटाने हेतु नए कांट्रैक्ट दिए गए हैं। नई भारी मशीनों की खरीद की जा रही है। एनसीएल ने हाल ही में 100 टन की क्षमता वाले 44 डंपर खरीदें हैं तथा 100 टन की क्षमता वाले 34 और डंपर की खरीद के लिए आर्डर दिया जा चुका है। 410 एचपी क्षमता वाले 40 डोजरों की खरीद के लिए भी आर्डर दिया जा चुका है जिसमें 20 डोजर की सप्लाई भी हो चुकी है। इसी तरह कृष्णशिला एवं अमलोरी परियोजनाओं में एक-एक ड्रैगलाइन की कमिशनिंग का कार्य भी तेजी से चल रहा है। कोयला प्रेषण बढ़ाए जाने के लिए नई स्पर साइडिंग बनाई गई है तथा दुद्धीचुआं परियोजना में वार्फ वाल का निर्माण किया जा रहा है। एनसीएल के विस्तार से संबंधित नई योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि जयंत परियोजना के सालाना उत्पादन को 10 मिलियन टन से बढ़ाकर 20 मिलियन टन किए जाने, बीना-ककरी एकीकृत परियोजना की क्षमता 10 मिलियन टन किए जाने, ब्लाक-बी परियोजना की क्षमता 3.5 मिलियन टन से बढ़ाकर छह मिलियन टन किए जाने तथा दुद्धीचुआ परियोजना की क्षमता 10 मिलियन टन से बढ़ाकर 20 मिलियन टन किए जाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने दो मिलियन टन क्षमता वाले नए सेमरिया ओपनकास्ट प्रोजेक्ट की स्वीकृति प्राप्त हो जाने की जानकारी दी और बताया कि 13वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान इस परियोजना में कोयले का उत्पादन शुरू हो जाएगा। एनसीएल ने 68.64 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया एवं रिकार्ड 72.11 मिलियन टन कोयले का डिस्पैच किया। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का कर पूर्व लाभ 3355.71 करोड़ रूपये रहा और अवधि में कंपनी का टर्नओवर 9303.88 करोड़ रहा।
इस अवसर पर निदेशक कार्मिक शांतिलता साहू, निदेशक तकनीकी, परियोजना एवं योजना निरंजन दास, निदेशक तकनीकी संचालन एडी माथुर तथा निदेशक वित्त एके पांडेय उपस्थित थे।
पर्यावरण स्वीकृति से क्षमता बढ़ी
अनपरा : पिछले वित्तीय वर्ष के छह मिलियन टन के सापेक्ष इस वर्ष बीना परियोजना को 7.5 मिलियन टन सालाना कोयला उत्पादन की पर्यावरण स्वीकृति मिली है। एनसीएल के सीएमडी टीके नाग ने बताया कि वित्त वर्ष में कृष्णशिला परियोजना में पांच मिलियन टन तथा ब्लाक-बी में 5.475 मिलियन टन सालाना कोयला उत्पादन किए जाने हेतु पर्यावरण स्वीकृति मिली है, जो पहले क्रमश: चार मिलियन टन एवं 4.375 मिलियन टन थी। अमलोरी परियोजना की 10 मिलियन टन की पर्यावरण स्वीकृति को बढ़ाकर 14 मिलियन टन किए जाने तथा निगाही परियोजना की क्षमता को 15 मिलियन टन से बढ़ाकर 18.75 मिलियन टन की पर्यावरण स्वीकृति दिलाए जाने की दिशा में प्रयास जारी है।