सर्जन के अभाव में मरीज तोड़ रहे दम
ओबरा (सोनभद्र) : सर्जन के अभाव में मरीज आए दिन दम तोड़ रहे हैं परन्तु शासन-प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। बिल्ली जंक्शन पर यात्री ट्रेन से घायल से पिता-पुत्र का परियोजना चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार किया गया पर सर्जन के अभाव में बाहर रेफर किया गया। बाद में जिला चिकित्सालय से भी रेफर के बाद घायलों ने दम तोड़ दिया।
बिल्ली गांव में जनता दल (यू) की मासिक बैठक में उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम के पेंशनरों को आवास देने, परियोजना चिकित्सालय में सर्जन की मांग उठी। मांगें पूरी नहीं होने तक जागरुकता अभियान चलाने की घोषणा की गई। अध्यक्षता बृज किशोर पटेल, संचालन राजेंद्र भारती ने किया। बतौर मुख्य वक्ता जद (यू) के प्रदेश सचिव विजय शंकर यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम के कर्मी पूरे सेवा काल कड़ी मेहनत कर बिजली उत्पादन में योगदान देते रहे हैं परंतु रिटायर्ड के बाद उन्हें आवास तक नसीब नहीं हो पाता है। बिजली कर्मियों के रिटायर्ड के बाद थर्मल परियोजना के बहुत से खाली आवास पड़े हैं। पेंशनरों को आवास देने में बिजली प्रबंधन को कोई असुविधा भी नहीं है। जो पेंशनर आवास की सुविधा चाहे। उन्हें आवास प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराए जाने चाहिए। परियोजना चिकित्सालय में सर्जन के अभाव में मरीजों की मौत हो रही हैं। थर्मल या खनन क्षेत्र में दुर्घटना की स्थिति में सर्जन के अभाव में पर्याप्त इलाज नहीं हो पा रहा है। मांगें पूरी होने तक संगठन आंदोलन चलाएगा।
बैठक में वासुदेव खरवार, मनीराम, बृजेश कुशवाहा, मोहन गोड़, राज कुमार खरवार, अनुपम सिंह, संदीप, अजय कुमार, विनोद, संजय पटेल, सुनील शुक्ल, नरेश पांडेय, सूरज पटेल, संजय विश्वकर्मा, सुरेश मौर्या आदि शामिल रहे।