नहीं पूरी हुई मांगें, कर्मियों में आक्रोश
सिंगरौली : भारतीय कोयला खदान श्रमिक संघ सिंगरौली शाखा जेपीएमएल मझौली द्वारा कोल ब्लाक अमिलिया में एक कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे भारतीय कोयला खदान श्रमिक संघ के अध्यक्ष केपी द्विवेदी ने बताया कि कर्मियों की समस्याओं से संबंधित 10 सूत्रीय मांग पत्र जेपीएमएल प्रबंधन को दिया गया था। प्रबंधन ने 8 मांगों पर अपनी सहमति देते हुए एक माह का समय मांगा था। उन्होंने कहा कि प्रबंधन को एक माह का समय देते हुए क्रमिक अनशन व धरना के आंदोलनात्मक कार्यक्रम को एक माह के लिए स्थगित कर दिया गया, किन्तु एक माह बीत जाने के उपरांत भी जेपी प्रबंधन ने श्रमिकों की समस्याओं के निराकरण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। श्री द्विवेदी ने कहा कि जेपीएमएल में विगत 8 वर्षो से लगाकर काम करने वाले कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया तथा किसी भी प्रकार के सुरक्षा उपकरण, कल्याण गतिविधियां, स्वास्थ्य एवं शिक्षा की व्यवस्था नहीं की गई। उन्होंने कहा कि मात्र दिखाने के लिए चिकित्सालय खोला गया है जहां चिकित्सक नहीं हैं। यहां तक कि विद्यालय भी खोला गया है जिसमें शिक्षक नहीं है। प्रबंधन द्वारा लगातार कर्मचारियों व विस्थापितों का शोषण किया जा रहा है। भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं कोल व नान कोल प्रभारी डा. बी के राय ने कहा कि जिस किसी भी किसान की जमीन एवं मकान यदि सरकार या कोई कंपनी लेती है तो उस किसान को जमीन के बदले मुआवजा एवं कंपनी में स्थाई नौकरी एवं मकान के बदले उसे मकान बनाने के लिए प्लाट उपलब्ध कराना ही होगा। उस स्थान पर स्कूल बस, चिकित्सालय एवं अन्य प्रकार की सुविधाएं कंपनी को देनी चाहिए, परन्तु जेपी एवं मध्य प्रदेश सरकार के संयुक्त उपक्रम द्वारा इसका उल्लंघन किया जा रहा है। कर्मचारियों के साथ शोषण भारतीय मजदूर संघ कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। कार्यक्रम का संचालन संगठन के महामंत्री मुन्नीलाल यादव ने किया।