लांग रूटों पर बसें, गंवई यात्री परेशान
सीतापुर : लोड फैक्टर बढ़ाने के फेर में परिवहन निगम की अधिकांश बसें लांग रूटों पर संचालित की जा रही ह
सीतापुर : लोड फैक्टर बढ़ाने के फेर में परिवहन निगम की अधिकांश बसें लांग रूटों पर संचालित की जा रही हैं, जिसके चलते ग्रामीण रूटों के दैनिक यात्रियों को सफर में दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। हालत यह है कि डिपो के बेड़े में शामिल 101 बसों में से 51 बसें मतदान कराने के लिए गैर जिलों में गई हुई हैं, जबकि शेष 50 में से 37 बसें लांग रूटों पर फर्राटे भर रही हैं। ऐसे में अनुबंधित बसों के सहारे ही यात्रियों को सफर के लिए इंतजार करना पड़ता है।
तीसरे चरण के चुनाव के बाद पांचवें, छठे व सांतवें चरण के चुनाव को संपन्न कराने के लिए डिपो से 51 बसें गैर जिलों को गई हुई हैं। डिपो में बची शेष बसों में सीतापुर-हरिद्वार, रुपैडिहा-दिल्ली, धेला परसुआ-हरिद्वार, तिकुनिया-मथुरा व सीतापुर-आगरा रूटों पर तीन-तीन बसें संचालित की जा रही हैं। हरदोई-दिल्ली रूट पर छह, महमूदाबाद-दिल्ली, लखीमपुर-कानपुर, सकरन-दिल्ली, रेउसा-दिल्ली, काशीपुर-दिल्ली, सीतापुर-मथुरा व रामपुर मथुरा-दिल्ली रूटों पर दो-दो बसें प्रतिदिन संचालित की जा रही हैं। काशीपुर से कानपुर व सीतापुर से इलाहाबाद रूट पर एक-एक बस का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा चार बसें लहरपुर से बिसवां के बीच संचालित की जा रही हैं। ऐसे में डिपो के पास शेष उपलब्ध नौ बसें ही जिले के अन्य रूटों पर संचालित की जा रही हैं। पूरे जिले के मुसाफिर व दैनिक यात्री नौ बसों के सहारे कैसे सफर करते होंगे इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। हालांकि अनुबंधित बसों के कई प्रमुख रूटों पर संचालन से सफर थोड़ा आसान हुआ है लेकिन इसके लिए भी यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ता है।