डीएम ने काशीपुर-मल्लापुर में देखा तबाही का मंजर
सीतापुर : डीएम डॉ. सारिका मोहन ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बिसवां तहसील के बाढ़ प्रभावित काशीपुर,
सीतापुर : डीएम डॉ. सारिका मोहन ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बिसवां तहसील के बाढ़ प्रभावित काशीपुर, कम्हरिया गांव का मौका-मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने काशीपुर में ग्रामीणों के बीच चौपाल भी लगाई। डीएम ने ग्रामीणों को भरोसा दिया है कि उन्हें बाढ़ व कटान से पूरी तरह से सुरक्षित किया जाएगा।
डीएम ने ¨सचाई अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शारदा नदी के किनारे को इतना मजबूत किया जाए कि कटान की स्थिति न उत्पन्न होने पाए। वहीं असईपुर-मल्लापुर के बीच स्थित पुनर्वास स्थलों और वहां निवासियों के लिए उपलब्ध व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने जल निगम अधिशासी अभियंता को पेयजल व्यवस्था कराने को कहा है। साथ ही प्रकाश व्यवस्था के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। चौपाल में असईपुर के प्रधान शिव बरन शुक्ल ने डीएम को बताया कि बाढ़ आने की संभावना पर प्रशासन ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर खदेड़ता है, लेकिन वहां मूलभूत व्यवस्थाएं भी नहीं होती हैं। इसलिए बेहतर होगा कि सुरक्षित स्थानों का चयन पहले से कर लिया जाए और वहां बिजली, पानी, शौचालय व अन्य मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। इस पर डीएम ने कहा कि ग्राम पंचायत में बने पंचायत भवन आदि की छतों पर व्यवस्थाएं कराकर बाढ़ के समय ठहराया जा सकता है। ग्रामीणों ने मांग की कि उनके पशुओं का टीकाकरण हो। साथ ही बच्चों व गर्भवती महिलाओं का भी टीकाकरण किया जाए। इस पर डीएम ने सीएमओ और पुश चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि वह टीकाकरण का कार्य जल्द ही पूरा कर लें। कम्हरिया के मथुरा प्रसाद अवस्थी ने डीएम को बताया कि यदि शारदा नदी 10 मीटर तक और कटान कर लेती है तो अज्जेपुर झील नदी में समाहित हो जाएगी और साथ ही दर्जन भर से अधिक गांव नदी में आ जाएंगे।
बिसवां तहसील में की बैठक
मौका मुआयना के बाद डीएम ने सभी अधिकारियों के साथ बिसवां तहसील आकर बैठक की। बैठक में संबंधित अधिकारियों से उन्होंने बाढ़ व कटान बचाव कार्य के लिए जल्द ही कार्ययोजनाएं तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही शासन में लंबित परियोजनाओं को स्वीकृत कराने के संबंध में चर्चा की।