स्वास्थ्य सेवाओं को एक सप्ताह में सुधारें, नहीं तो कार्रवाई
सीतापुर : मुख्य चिकित्साधिकारी की लापरवाही से जिले में राष्ट्रीय कार्यक्रमों का संचालन बेहतर तरीके स
सीतापुर : मुख्य चिकित्साधिकारी की लापरवाही से जिले में राष्ट्रीय कार्यक्रमों का संचालन बेहतर तरीके से नहीं हो पा रहा है। इस बात खुलासा जिले के स्वास्थ्य केंद्रों के सहयोगात्मक निरीक्षण को आई राज्य स्तरीय टीमों की जांच रिपोर्ट के बाद मिशन निदेशक अमित कुमार घोष ने किया है। मिशन निदेशक ने सीएमओ को एक सप्ताह में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अगले चरण की जांच में गड़बड़ी मिलने पर सीएमओ के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई करने की बात भी कही गई है।
जिले में केंद्रीय कॉमन रिव्यू कमीशन टीम आने से पहले राज्य स्तर से पांच टीमें विभाग को सहयोगात्मक सुधार के लिए मिशन निदेशक स्तर से भेजी गईं थी। इन टीमों ने जिला महिला अस्पताल के साथ ही जिले ब्लॉक इकाइयों पर तैनात स्वास्थ्य केंद्रों की जांच की थी। इस दौरान टीमों ने पाया कि सीएमओ की निष्क्रियता के चलते विभाग के राष्ट्रीय कार्यक्रमों को अपेक्षित गति नहीं मिल पा रही है। उपकेंद्रों पर प्रसव टेबिल की व्यवस्था नहीं पायी गई। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर भर्ती होने वाले रोगियों को भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की जा रही है। संविदा पर तैनात व नियमित चिकित्साधिकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर बने आवासों में नहीं रहते हैँ। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर गंदगी के साथ ही परिवार कल्याण कार्यक्रम की सामग्री का अभाव पाया गया।
अस्पताल की महिला स्वास्थ्य कर्मियों के जरिए रोगियों को बाहर से दवाएं मंगाई जाती हैं। टीम ने पाया है कि जिला महिला अस्पताल व ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों को शासन से मिले बजट को समय से नहीं दिया जा रहा है। जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों व आशा बहू को समय से योजना के मद का पैसा नहीं दिया जा रहा है। अस्पताल के बायो मेडिकल वेस्ट का प्रतिदिन निस्तारण नहीं कराया जा रहा है। सभी राज्य स्तरीय टीमों की रिपोर्ट के बाद मिशन निदेशक अमित कुमार घोष ने सीएमओ को कठोर चेतावनी पत्र जारी करते हुए सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने को एक सप्ताह का समय दिया है। इस संदर्भ में प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य को भी मिशन निदेशक ने पत्र लिखा है।