कर्मचारियों की हड़ताल से आमजन बेहाल
सीतापुर: केंद्रीय श्रम संगठनों, औद्योगिक फेडरेशन और कर्मचारी संगठनों के संयुक्त आह्वान पर बुधवार को
सीतापुर: केंद्रीय श्रम संगठनों, औद्योगिक फेडरेशन और कर्मचारी संगठनों के संयुक्त आह्वान पर बुधवार को कई सरकारी दफ्तरों पर ताले लटके रहे, सरकारी कर्मचारियों से सड़कों से लेकर दफ्तरों तक प्रदर्शन किया, जिसका सीधा असर आमजीवन पर भी पड़़ा। बैंक बंद रहने से जहां खाता धारकों को परेशानी हुई, वहीं बसें न चलने से यात्रियों को धूप में कदमताल करनी पड़ी। इस बीच डग्गामार वाहनों की चांदी रही।
हड़ताल के चलते दूर संचार विभाग के कर्मचारियों ने बीएसएनएल कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इसके अलावा नहर विभाग, ¨सचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग सहित अन्य कई विभाग इस हड़ताल में शामिल हुए। उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों द्वारा राष्ट्रव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए बढ़चढ़कर भागीदारी की गई। इस मौके पर अध्यक्ष पंकज सिन्हा, विनोद शर्मा, विनय कुमार, गौरीशंकर, मुकेश राठौर, सुनील कुमार, सुशील कुमार, राजेश कुमार, संजय कुमार भारती, बलजीत ¨सह, दिनेश पांडेय, सीमा शुक्ला, बराती लाल समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे।
बैंक शाखाओं पर लटके रहे ताले
हड़ताल के चलते विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैकों की शाखाओं पर पूरे दिन ताले झूलते रहे। अनुमान है कि बैंको का चार सौ करोड़ रुपयों से अधिक का लेनदेन बाधित हुआ है। बैकों की इस तालाबंदी का सीधा असर जिले के कारोबार पर भी पड़ा है। इस हड़ताल के चलते विभिन्न बैंकों के अधिकारी व कर्मचारी सुबह इलाहाबाद बैंक के मंडलीय कार्यालय के सामने एकत्र होकर धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर हड़ताली बैंक कर्मियों ने इलाहाबाद बैंक ऑफीसर्स फेडरेशन के प्रांतीय महासचिव सीपी ¨सह के नेतृत्व में केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए केंद्रीय श्रम संगठनों के मांग पत्र का समर्थन किए जाने, तीव्र मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण करने, श्रमिक विरोधी सुधार बंद करने की मांगों को दोहराया। इस मौके पर इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसोसिएशन के जिला सचिव केके गुप्ता, प्रदीप टंडन, रवि कुमार खन्ना, संजय सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
बीमा कंपनियों को भी नुकसान
बीमा क्षेत्र के कर्मचारियों के एक गुट के इस हड़ताल में शामिल न होने से बीमा कंपनियों को कारोबार आंशिक रूप से ही प्रभावित हुआ है। कई बीमा कार्यालयों पर ग्राहकों को लेन-देन में मुश्किलें जरूर आईं। इस हड़ताल से बीमा कंपनियों को करीब डेढ़ एक करोड़ का घाटा उठाना पड़ा। इसके विपरीत भारतीय जीवन बीमा निगम की सीतापुर शाखा परिसर में आम दिनों की ही तरह काम काज होता रहा।
डाक कर्मियों ने किया प्रदर्शन
सरकार के श्रम विरोधी रवैये से त्रस्त देश के श्रमिक संगठनों के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी हड़ताल के चलते जिले के लगभग सभी 1100 डाक कर्मी पूरी तरह हड़ताल पर रहे। जिससे प्रधान डाकघर समेत सभी चालीसों उप डाकघरों पर पूरे दिन कामकाज नहीं हुआ। जिससे डाक घर बचत बैंक के उपभोक्ता लेन-देन से वंचित रहे। डाक विभाग का करीब एक करोड़ का लेन-देन बाधित हुआ। कर्मचारी सारे दिन डाक घर के बाहर धरना देते रहे।