घाघरा नदी का जल स्तर बढ़ने से दहशत
सीतापुर : रविवार की शाम से शुरू हुई बारिश से गांजर की शारदा, घाघरा और चौका नदियों के जलस्तर में वृद्
सीतापुर : रविवार की शाम से शुरू हुई बारिश से गांजर की शारदा, घाघरा और चौका नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो गई है। अन्य नदियों की अपेक्षा घाघरा नदी के जल स्तर में अधिक बढ़ोतरी हुई है। जिससे गांजर के बाढ़ पीड़ितों में फिर से दहशत उत्पन्न हो गई है। वहीं शारदा व घाघरा नदियों में सोमवार दोपहर बाद चार बजे के दौरान बैराजों से पानी भी छोड़ दिया गया है। गिरजा बैराज से 63,250, बनबसा बैराज से 40,067 क्यूसेक और शारदा बैराज से 16,200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे मंगलवार से बुधवार तक गांजर की नदियों के जल स्तर में और वृद्धि होने की संभावना है। घाघरा के जल स्तर में उछाल आने से रेउसा के तटवर्ती गांव गोलोक कोड़र, मारूबेहड़, श्रीपतपुर और रामपुर मथुरा क्षेत्र के गांव बाढ़ से प्रभावित होने की उम्मीद बढ़ गई है।
20 लोगों को गृह अनुदान
रेउसा : सोमवार को बिसवां तहसील प्रशासन ने गोलोक कोड़र के गोड़ियनपुरवा के नदी कटान में बेघर हुए लोगों में 20 पीड़ितों को गृह अनुदान के 41-41 सौ रुपये की चेकें उपलब्ध करा दी हैं। इन लाभार्थियों में कल्लो, नन्हकऊ, झब्बू, मनोहर, फूलमति, लालमनि, खेलावन, राज श, जदुरई, रामपाल, दिनेश, रमेश, पैकरमा, बांके, बलिराम, बाबूराम, सुमिरन, संतू, शंभू, सुरेंद्र कुमार शामिल हैं। इसके अलावा तहसील कर्मियों ने 46 लोगों को एक-एक तिरपाल उपलब्ध करा दिया है।इनसेट-
10 लोगों के घर कटान के मुहान पर
रामपुर मथुरा : क्षेत्र में सोमवार को घाघरा नदी के जल स्तर में डेढ़ फिट तक उछाल आया है। घाघरा नदी के बढ़ते वेग ने कटान को तेज कर दिया है। जिससे फतुल्लापुर गांव के मायाराम, प्रेमचंद्र, पप्पू, विनोद, यशोदा, लाल बहादुर, राकेश, बंदेश, रवींद्र, शिवबालक के आशियाने नदी के कटान के मुहाने पर आ गए हैं। इससे इनके परिवारों में दहशत के साथ ही ऊहापोह का माहौल है। यह परिवार भी अपने-अपने घर खाली कर रहे हैं।