.तो दंपती ने लगाई थी नहर में छलांग
सरैंया, (सीतापुर) : सदरपुर थाना क्षेत्र में शारदा सहायक पोषक नहर पुल से दंपती द्वारा छलांग लगाए जाने
सरैंया, (सीतापुर) : सदरपुर थाना क्षेत्र में शारदा सहायक पोषक नहर पुल से दंपती द्वारा छलांग लगाए जाने की बात सामने आई है। घटनास्थल पर मिली मोटर साइकिल के आधार पर पुलिस ने परिवारीजन से संपर्क किया। मौके पर पहुंचे परिवारीजन ने काफी दूरी तक नहर में छानबीन की, लेकिन दोनों का कोई सुराग नहीं लग सका है। दंपती द्वारा आपसी कलह के चलते नहर में छलांग लगाए जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
बता दें कि सदरपुर इलाके में बेनी माधवपुर गांव के सामने पुल से एक जोड़े ने नहर में छलांग लगा दी थी। मौके से पुलिस को नहर पुल पर एक हीरो हांडा डीलक्स नंबर यूपी 32 सीसी 4690 खड़ी मिली थी। पुलिस ने मोटर साइकिल नंबर के आधार पर छलांग लगाने वाले युवक की पहचान नफीस खां 26 पुत्र मुख्तार निवासी लोधौरा थारा रामपुर कलां के रूप में की। मौके पर नफीस के भाई बरकत खां, बहनोई डॉ. फारुक खां व ग्राम प्रधान भौरी सुबराती खां समेत अन्य लोग पहुंचे। परिवारीजन के मुताबिक नफीस अपनी पत्नी नफीसुन के साथ मंगलवार को दवा लेने की बात कहकर घर से निकला था, लेकिन अब तक वापस नहीं लौटा है। अब इस घटना के पीछे पति-पत्नी के मध्य आपसी कलह होने की बात सामने आ रही है। स्थानीय लोगों की माने तो घटना घटित होने से पहले भी पति-पत्नी के मध्य कहासुनी हो रही थी। परिवारीजन ने नहर में सदरपुर से पैंतेपुर तक तलाश की, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लग सका है। थानाध्यक्ष शिवगोपाल वर्मा ने बताया कि दोनों की तलाश की जा रही है।
आठ वर्ष पूर्व हुआ था विवाह
नफीस का विवाह तकरीबन आठ वर्ष पूर्व बिसवां की भुलभुलिया निवासी रहमत खां की पुत्री से हुई थी। नफीस के परिवार में उसकी पत्नी के अलावा तीन मासूम बच्चे क्रमश: खुशनुमा 7, सूफियान 5 व एक डेढ़ वर्षीय पुत्र सरफराज हैं। मंगलवार को काफी देर तक घर न लौटने पर बच्चों ने इसकी सूचना अपने चाचा व अन्य लोगों को दी। परिवार के लोग शाम से ही दोनों की तलाश कर रहे थे, लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पाया था। परिवार में नफीस की मां, भाई बरकत, फारुक, तफज्जुल, नौसाद, अयूब हैं। नफीस के सभी भाई अलग-अलग घरों में रह रहे हैं।
मासूमों के भविष्य पर मंडरा रहा खतरा
नफीस व उसकी पत्नी द्वारा उठाए गए कदम से सबसे ज्यादा तीनों मासूम बच्चे प्रभावित होंगे। इस घटना के बाद से मासूमों के भविष्य पर खतरा मंडराने लगा है। पहले से ही परिवार से अलग रह रहे इन बच्चों की देखरेख फिलहाल सभी भाइयों द्वारा मिलकर की जा रही है। एकाएक हुई इस घटना ने पूरे परिवार को सकते में डाल दिया है।