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सीडीओ के निरीक्षण गायब मिला सीएचसी का स्टाफ

सीतापुर : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के औचक निरीक्षण में सीडीओ को पूरा स्टाफ गायब मिला। चिकित्सालय

By Edited By: Published: Sun, 29 Mar 2015 11:13 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 11:13 PM (IST)
सीडीओ के निरीक्षण गायब मिला सीएचसी का स्टाफ

सीतापुर : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के औचक निरीक्षण में सीडीओ को पूरा स्टाफ गायब मिला। चिकित्सालय में भर्ती जच्चा-बच्चा को देखने के लिए कोई चिकित्सक या नर्स तक मौजूद नहीं था। पीड़िता के पति ने सीडीओ को बताया कि चिकित्सालय में डॉक्टरों के नहीं होने पर वह अपनी पत्नी व नवजात बच्चे को घर ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस को बुलाया था, लेकिन एंबुलेंस चालक द्वारा सुविधा शुल्क की मांग उसके द्वारा पूरी नहीं कर पाने पर उसकी पत्नी व नवजात शिशु को एंबुलेंस से उतार दिया। इस मामले को सीडीओ ने गंभीरता से लेकर प्रकरण को डीएम को अवगत कराया और फिर कार्रवाई के लिए सीएमओ और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग को भी लिखापढ़ी कर दी है।

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सीडीओ रामयज्ञ मिश्र ने बताया कि रविवार को वह एलिया ब्लाक कार्यालय का निरीक्षण करने जा रहे थे, उसी दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निकट सड़क पर सहादतनगर के खुशीराम ने रुकने का इशारा किया तो उसकी बात सुनकर वह स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने गए। जहां उन्हें स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी संजय गौड़ सहित पूरा स्टाफ गायब मिला। सीडीओ ने बताया कि स्टाफ नर्स रमा मिश्रा भी उनके निरीक्षण से पहले अपने गंतव्य स्थान के लिए रवाना हो चुकी थीं। चिकित्सालय में खुशीराम की पत्नी पूनम राठौर भर्ती थी, पूनम ने बीती रात में शिशु को जन्म दिया था। सीडीओ ने बताया कि पीड़िता पूनम के पति खुशीराम ने उन्हें अवगत कराया कि चिकित्सालय में उसकी बात सुनने या रोगी को देखने वाला कोई नहीं है। सीडीओ ने बताया कि खुशीराम ने कहा कि स्टाफ नर्स रमा मिश्रा ने पत्नी की डिलीवरी के लिए 700 रुपये सुविधा शुल्क भी लिया। सीडीओ रामयज्ञ मिश्र ने कहा कि मामला अत्यंत गंभीर होने पर उन्होंने प्रकरण से जिलाधिकारी को अवगत कराया। इसके बाद मामले में कार्रवाई के लिए सीएमओ डॉ. हरगो¨वद ¨सह को और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को भी पत्र लिखा है।

एलिया सीएचसी का मामला मेरे संज्ञान में है, सीडीओ के निरीक्षण के बाद हमने एसीएमओ को जांच के लिए मौके पर भेजा था। जहां एक जच्चा-बच्चा भर्ती था, जिसकी देख-रेख के लिए चिकित्सालय में कोई चिकित्सक नहीं होने, स्टाफ नर्स द्वारा सुविधा शुल्क ल ने और एंबुलेंस-102 चालक द्वारा पीड़ित पक्ष से पैसा नहीं मिलने पर उसे वाहन से नीचे उतारने की पुष्टि हुई है। इसलिए संबंधित चिकित्सकों व कर्मियों का वेतन रोकने व कड़ी चेतावनी देने की कार्रवाई की जा रही है।

- डॉ. हरगो¨वद ¨सह, सीएमओ


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