फज्र की नमाज के साथ इज्तिमा का आगाज आज
सीतापुर : कस्बे में आयोजित किए जा रहे इज्तिमा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। कार्यक्रम की शुर
सीतापुर : कस्बे में आयोजित किए जा रहे इज्तिमा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। कार्यक्रम की शुरूआत शनिवार 20 दिसंबर को फज्र की नमाज से होगी। इस मौके पर उलेमाओं की तकरीरें, बयान, वाज हदीस की तालीम, जिक्र इबादत, कारगुजारी तशकील और दुआओं का एहितराम होगा। तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का समापन 22 दिसंबर को विशेष दुआ के साथ होगा। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों सहित आस-पास के प्रांतों से भी लोगों के आने की उम्मीद है। अनुमान है कि इस कार्यक्रम में दस लाख से भी अधिक लोग पहले दिन हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम का आयोजन बिसवां तिराहे के पास लक्षन नगर से कुलताजपुर के बीच 2,000 बीघे के भूखंड पर किया जा रहा है।
शुक्रवार को पूरे दिन लोग कार्यक्रम की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे रहे। दूसरे जिलों से आने वाले लोगों के खाने, ठहरने, नमाज अदा करने व वजू करने के साथ ही उनके लिए ठंड से बचने के लिए अलाव, पीने के पानी, बिजली, दैनिक क्रिया करने के इंतजाम किए जा चुके हैं। इज्तिमा स्थल पर लोगों के ठहरने के लिए अलग-अलग जिलावार पंडाल बनाए गए हैं। बाहर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है। दीनी इज्तिमा की तैयारियां देख रहे डॉ. तवक्कुल हुसैन ने बताया कि विभिन्न जिलों से जमातों के आने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। अब तक करीब तीन लाख लोग आ चुके हैं। आने वाले लोगों के सुविधाएं मुकम्मल हैं। कार्यक्रम में अनेक धार्मिक विद्वान शामिल होंगें। कार्यक्रम को लेकर प्रशासन भी मुस्तैद है।
इज्तिमागाह में अदा हुई जुमे की नमाज
इज्तिमागाह (इज्तिमा स्थल) पर शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा की गई। सूखे के विभिन्न जिलों से आए अकीदतमंदों ने नमाज अदा की। नमाज के बाद मरकज कमेटी दिल्ली के मौलाना शरीफ ने अकीदतमंदों को खिताब करते हुए कहा कि इस इज्तिमा का आयोजन सिर्फ मुसलमानों के लिए ही नही है, यह आयोजन पूरी इन्सानियत के लिए है। उन्होंने कहा कि इस तरह के दीनी आयोजनों का मकसद मुसलमानों को जोड़ना नहीं है। मैं आम दावत देता हूं कि सभी लोग इज्तिमें में आए और यहां होने वाली तकरीरों को सुने। जो बातें अच्छी लदे उन्हें असल जिन्दगी में अमल करें। उन्होंने अपनी तकरीर में आगे कहा कि अल्लाह के हुकुम और पैगम्बर मोहम्मद साहब सुन्नत पर अमल करके ही सुकून और कामयाबी हासिल होगी।
कारसेवकों के जिम्मे व्यवस्था
इज्तिमा में आने वाले लोगों को कोई असुविधा न हो इसको लेकर इज्तिमा में बड़ी तादात में कारसेवक लगाए गए हैं। यह कारसेवक मुख्य मार्ग की यातायात व्यवस्था को तो संहाले है साथ ही बाहर से आने वाले लोगों को रास्ता बताते हैं, उनके वाहनों को निर्धारित स्थल तक ले जाते हैं। वृद्धों व विकलांगों के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल पर नि:शुल्क क्लीनिक भी स्थापित किए गए हैं।