फूलों, फलों व सब्जियों की फसलों को देख खुश हुए जिलाधिकारी
सीतापुर: कसमंडा ब्लाक क्षेत्र के सुरैंचा गांव में किसानों की फूलों, सब्जियों व फलों की लहलहाती फसलों
सीतापुर: कसमंडा ब्लाक क्षेत्र के सुरैंचा गांव में किसानों की फूलों, सब्जियों व फलों की लहलहाती फसलों को देख जिलाधिकारी ने संबंधित किसान और उद्यान विभाग के अधिकारियों की सराहना भी की। उन्होंने किसानों से कहा है कि इसी तरह कम लागत और अधिक मुनाफा वाली फसलों की भी खेती करें, जिससे आय बढ़े।
जिलाधिकारी लाल बिहारी गुरुवार को उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ कसमंडा के सुरैंचा गांव में किसानों की खेती-किसानी देखने गए थे। यहां जिलाधिकारी ने किसान प्रताप भानु ¨सह के दो एकड़ खेत में ग्लेडियोलस की लहलहाती फसल को देखा। इस दौरान जिलाधिकारी ने किसान प्रताप भानु से पूछा कि ग्लेडियोलस की लागत प्रतिएकड़ कितनी है, जिस पर किसान ने उन्हें बताया कि 2 लाख 50 हजार रुपये बताई। किसान ने बताया कि फसल के प्रथम वर्ष में 50 हजार रुपये की आय हुई है। दूसरे वर्षमें लागत 50 हजार रुपये और आय ढाई लाख रुपये बताई है। नेचुरली वेंटीलेटेडपाली हाउस के निरीक्षण केदौरान जिलाधिकारी ने जरबेरा की फसलों को देखा, इन फसलों के बारे में भी जिलाधिकारी ने किसानों से जानकारी प्राप्त की। किसानों ने बताया कि पाली हाउस के अंदर एक हजार आठ वर्ग मीटर में जरबेरा के 6,300 पौधेरोपित किए गये हैं जिसमें प्रति पौधे में 100 से125 फूल निकलते हैं। इनसे प्रथम वर्ष में 5 लाख रुपये की आय प्राप्त हुई और उद्यान विभाग से पाली हाउस पर अनुदान के रूप में 4 लाख 67 हजार 500 रुपये एवं जरबेरा के पौधों पर एक लाख 25 हजार रुपये प्राप्त हुए हैं। यहीं पर जिलाधिकारी को जिला उद्यान अधिकारी विनय कुमार यादव ने बताया कि यहां केला की खेती 5 एकड़ में ड्रिप सिस्टम पद्धति से की जा रही है जो कि वानस्पतिक अवस्था में है तथा फसल अच्छी है। आलू की खेती 7 एकड़ में हो रही है।