गायों के संरक्षण और संवर्धन की जरूरत : नवनीत
सीतापुर : गाय सिर्फ एक पालतू पशु ही नहीं, बल्कि इस देश की संस्कृति है। यह बात प्रदेश शासन के धर्मार
सीतापुर : गाय सिर्फ एक पालतू पशु ही नहीं, बल्कि इस देश की संस्कृति है। यह बात प्रदेश शासन के धर्मार्थ कार्य एवं सूचना सचिव नवनीत सहगल ने कही। वह गोपाष्टमी के मौके पर यहां गोशाला में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि गाय हमें दूध देती है, साथ ही साथ गाय के गोबर से हमें खाद और ईधन के रूप में गैस प्राप्त होती है। गौमूत्र से तमाम दवाइयां बनती है। भावी पीढि़यों को गाय के महत्व को बताने के लिए उनके संरक्षण और संवर्धन की जरूरत है। यह जरूरत एक जनांदोलन के माध्यम से ही पूर्ण की जा सकती है। इस साझा प्रयास के लिए हम सभी को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि मुझे पता चला है कि सीतापुर का गौशाला आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। इसके बेहतर संचालन के लिए मेरे स्तर से संभव सभी प्रयास निरंतर होते रहेंगे।
इससे पूर्व उन्होंने गोशाला पहुंचकर सबसे पहले वहां के मंदिर में पूजा-अर्चना की और इसके बाद गायों को तिलक लगाकर उनका माल्यार्पण किया।
समारोह में कार्यक्रम संयोजक और महोली विधायक अनूप गुप्ता ने गोशाला के इतिहास की जानकारी दी। उन्होंने गौशाला के संचालन में आ रही समस्याओं के बारे में भी चर्चा की। कार्यक्रम को व्यापारी नेता विजय बंसल और शिव कुमार गुप्ता ने भी संबोधित किया। समारोह में गाय पर शोध करने वाले किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के डॉ.मोहित त्रिवेदी विशेष रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन गोपाल टंडन ने किया। इस मौके पर जय करन नाथ मिश्र, मुनींद्र अवस्थी, मेजर डॉ.एसपी शाक्य, प्रो.आरसी वाष्र्णेय, विनय गुप्ता, कुलदीप श्रीवास्तव, पूनम मिश्रा, रामलखन यादव सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
संरक्षण को बनाई कार्य योजना
गायों के संरक्षण व संवर्धन को लेकर महोली विधायक अनूप गुप्ता ने एक कार्य योजना तैयार की है। इस कार्य योजना के तहत वह जन सहयोग से जल्द ही एक चौपहिया वाहन को खरीद कर ग्रामीण अंचलों में लगने वाली पशु बाजारों से गायों को गोशाला लेकर आएंगे, जहां पर इन गायों को रखा जाएगा। इसके अलावा वह उन गायों को भी गौशाला में रखेंगे, जिन्हें दूध न दे पाने की स्थिति में पशु पालक छोड़ देते है। विधायक अनूप गुप्ता ने बताया कि गायों के संरक्षण के बाबत वह गांव-गांव पर्चे बंटवाकर लोगों को जागरूक करेंगे। इसके साथ ही जल्द ही गौशाला में गायों के रहने की जगह को और बेहतर बनाया जाएगा।