ब्लाकों में पूरा हुआ प्रशिक्षण, अब गांव में जाएंगे कर्मी
सीतापुर: मनरेगा के तहत अगले वित्तीय वर्ष के लेबर बजट तय करने के लिए ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियो
सीतापुर: मनरेगा के तहत अगले वित्तीय वर्ष के लेबर बजट तय करने के लिए ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का प्रशिक्षण पूरा हो गया है। ब्लाक कर्मियों को भी प्रशिक्षित कर दिया गया है। अब लेबर बजट के लिए गांव में मजदूरों व वरिष्ठ लोगों के बीच चर्चा शुरू होनी है। इसके लिए अब ग्रामवार कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है।
मनरेगा के उप आयुक्त (श्रम एवं रोजगार) कमलेंदु कलाकर सिंह बताते हैं कि योजना का अगले साल का जो लेबर बजट होगा वह आम ग्रामीणों के बीच तैयार होगा। इसलिए जाहिर है कि गांवों की जरूरत के अनुसार विकास कार्य होंगे और उसमें जॉब कार्ड धारकों को पर्याप्त रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की इस नई व्यवस्था से जहां एक ओर गांवों का पूरा विकास हो जाएगा वहीं दूसरी तरफ जॉब कार्ड धारकों को खूब काम भी मिलेगा। इससे ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों का काम के लिए दूसरी जगह पलायन भी नहीं करना होगा। उप आयुक्त ने कहा कि इस बार का मनरेगा का लेबर बजट का अधिकांश हिस्सा कृषि आधारित होगा। जिससे गांव की किसानी भी चमकेगी। सभी असमतल खेत समतल होंगे। गांव के गलियारे भी व्यवस्थित हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि गांव में लेबर बजट पर आम लोगों के बीच किन-किन बिंदुओं पर चर्चा करनी है, ग्रामीणों के रहन-सहन कैसा है। गांव में नदी, नाले, कुंआ और तालाब, मंदिर आदि कहां-कहां पर स्थापित हैं। उनके विकास के लिए क्या करना है। यह सब ब्लाक अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण में अवगत करा दिया गया है।