होर्डिग्स लगे न पोस्टर, अब नुक्कड़ नाटक का प्लान
सीतापुर: पंचायत राज विभाग द्वारा निर्मल भारत अभियान के तहत गांवों में स्वच्छता लाने के लिए बनाई गई
सीतापुर: पंचायत राज विभाग द्वारा निर्मल भारत अभियान के तहत गांवों में स्वच्छता लाने के लिए बनाई गई योजना हवा-हवाई साबित हो रही है। न कहीं होर्डिग्स लगाए गए और न ही पोस्टर। इतना ही नहीं अधिकाधिक गांवों में स्वच्छता संबंधी कोई कार्यक्रम भी आयोजित नहीं हुए। अब विभाग ने गांवों में नुक्कड़ नाटकों के आयोजन का प्लान बनाया है, इसके लिए एक संस्था का भी चयन किया गया है।
केंद्र सरकार के पंचायती राज मंत्रालय के सचिव के आदेश पर विभाग ने बीती 25 सितंबर से 23 अक्टूबर तक 'राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान' और 26 सितंबर से दो अक्टूबर तक ग्राम पंचायतों में 'स्वच्छ पंचायत सप्ताह' मनाने की कार्ययोजना बनाई थी। ग्राम पंचायतों में यह सभी कार्यक्रम आयोजित करने के लिए डीएम ने सभी बीडीओ को आदेश भी जारी किए थे। लेकिन अब तक यह कार्यक्रम कहीं नहीं हुए। डीएम के इस आदेश में लोगों को जागरुक करने के लिए रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, अस्पतालों, मुख्य चौराहों, जिला पंचायत कार्यालय आदि स्थलों पर होर्डिग्स, पोस्टर आदि लगाने की बात कही गई थी। समय बीतने के बाद देखा गया डीएम के आदेश में स्वच्छता संबंधी की गई बातें हवा-हवाई हैं, चूंकि न तो कहीं पर होर्डिग्स लगाई गई और न ही कहीं पोस्टर चिपकाए गए। वहीं ग्राम पंचायतों में भी कोई कार्यक्रम नहीं हुए। जिसका खुलासा बीते बुधवार को 'दैनिक जागरण' ने किया था। अब पंचायत राज विभाग ने स्वच्छता अभियान के जागरुकता कार्यक्रम की सफलता के क्रम में एक निजी संस्था का चयन कर लिया है। विभाग और संस्था के बीच जिले के कुल 300 गांवों में नुक्कड़ नाटक आयोजित करने का अनुबंध हुआ है। प्रत्येक गांव में नुक्कड़ नाटक के आयोजन पर संस्था को चार हजार रुपए देने की बात हुई है। इस तरह लक्षित सभी 300 गांवों में नुक्कड़ नाटकों का आयोजन होने के बाद संबंधित संस्था को कुल 12 लाख रुपए भुगतान किए जाएंगे।
गांव में नाटक शुरू
नुक्कड़ नाटकों के आयोजन के लिए चयनित संस्था के अध्यक्ष उमेश चंद्र तिवारी ने बताया उनकी संस्था अभी तक खैराबाद व हरगांव क्षेत्र की 25-25 ग्राम पंचायतों में नुक्कड़ नाटकों के जरिए ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरुक भी कर चुके हैं। इस दौरान महोली ब्लाक की ग्राम पंचायतों में नुक्कड़ नाटकों के कार्यक्रम चल रहे हैं।