चांदी का सिक्का खरीदें, मगर सावधानी से
सीतापुर : धन तेरस के मौके पर अगर आप चांदी का सिक्का (रुपया) खरीदने का इरादा रखते हैं, तो आपको थोड़ा
सीतापुर : धन तेरस के मौके पर अगर आप चांदी का सिक्का (रुपया) खरीदने का इरादा रखते हैं, तो आपको थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। बाजार में असली सिक्कों के साथ ही नकली सिक्कों की भी भरमार है। बाजार में ब्रिटिश हुकूमत के दौर वाले जार्ज पंचम, किंग एडवर्ड छाप वाले भी नकली सिक्कों की बिक्री हो रही है।
बाजार में नकली सिक्कों की भरमार को देखते हुए जरूरी है कि आप जो भी सिक्का खरीदें, उसे खरीदने से पूर्व शुद्धता की कसौटी पर पूरी तरह से चेक कर लें। व्यापारियों का कहना है कि ब्रिटिश शासन वाले चांदी के सिक्कों की खरीदारी में अधिक सावधानी में बरतने की जरूरत है। सर्राफा व्यापारी राज नरायण सहगल कहते हैं कि ब्रिटिशकाल के चांदी के असली सिक्कों की बाजार में बेहद कमी है। ऐसे में बाजार में ब्रिटिश शासन वाले चांदी के सिक्कों से मिलते-जुलते नकली सिक्के आ गए हैं। यह सिक्के असली सिक्कों की डाई बनाकर एकदम उसी तरह से बनाए गए हैं। इन सिक्कों में चांदी की मात्रा कम होती है। इस मिलावट को आसानी से नहीं पकड़ा जा सकता है। इस मिलावट को कैरोमीटर से पकड़ा जा सकता है।
यह है शुद्ध सिक्का
चादी के शुद्ध सिक्के का भार 11 ग्राम 660 मिलीग्राम होता है। इसमें 91.60 प्रतिशत चादी होती है। इसके अलावा सिक्के में कुछ मात्रा में कॉपर और जस्ता मिलाया जाता है। ब्रिटिश शासनकाल में वर्ष 1939 तक के चादी के सिक्के (एक रुपये) इसी शुद्धता के साथ ढाले जाते रहे हैं। इन सिक्कों में ब्रिटिश शासकों जार्ज पंचम, किंग एडवर्ड के चित्र बने हुए हैं।
ऐसे करें शुद्घता की जाच
हाथों से -
शुद्ध चादी के सिक्के की गोलाई पर हल्के-हल्के उंगलियां फिराएं, यदि उसमें जगह-जगह कट का निशान हो तो समझें कि वह असली सिक्का है।
कैरोमीटर से -
इसके माध्यम से सोने में कैरेट और सोने की शुद्घता परखी जाती है। चांदी का सिक्का या फिर सोने-चांदी के आभूषण खरीदने से पूर्व दुकानदार से कैरोमीटर से जाच करवा लें।
कसौटी पत्थर से -
चादी का सिक्का खरीदने से पूर्व सर्राफा कारोबारी से उसे कसौटी पत्थर से रगड़वा लें। यदि रगड़ने पर सिक्के में सफेद चमक दिखे तो वह शुद्घ सिक्का है। और यदि वह हल्का पीलापन लिए हो तो उसमें जस्ता, रागा, एल्युमिनियम मिला होगा।
सल्फ्युरिक एसिड से -
सिक्के को किसी जगह पर थोड़ा सा लोहे की रेती से रगड़ कर साफ कर लें। इसके बाद रगड़ वाले स्थान पर एक या दो बूंद सल्फ्यूरिक एसिड डाल दें। यदि उस जगह का रंग हरा हो जाए तो वह मिलावटी होगा। यदि हल्का सा कालापन आए तो वह शुद्घ सिक्का होगा।
ठोस लोहे के टुकड़े पर मारकर -
सिक्के को किसी ठोस लोहे के टुकड़े पर पटककर देखें। यदि उसमें छनक की आवाज अधिक हो तो समझे कि वह अशुद्घ है।