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मोर्चे पर डटी एनडीआरएफ, ¨जदगी के लिए जान जोखिम में

सिद्धार्थनगर : जिले में एनडीआरएफ की टीम दूसरे दिन भी मोर्चे पर डटी रही। जोगिया, लखनापार, ड

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Aug 2017 11:16 PM (IST)Updated: Fri, 18 Aug 2017 11:16 PM (IST)
मोर्चे पर डटी एनडीआरएफ, ¨जदगी के लिए जान जोखिम में
मोर्चे पर डटी एनडीआरएफ, ¨जदगी के लिए जान जोखिम में

सिद्धार्थनगर : जिले में एनडीआरएफ की टीम दूसरे दिन भी मोर्चे पर डटी रही। जोगिया, लखनापार, डुमरिया, बड़हरा जैसे गांवों में वह लोगों को राहत पहुंचाने में जुटी रही। इस दौरान जिसने बाहर निकलने की इच्छा वक्त की, टीम ने उसे बाहर निकाला। बाढ़ में फंसे 271 लोगों को एनडीआरएफ बनारस की टीम बाहर निकाल चुकी है।

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एनडीआरएफ की दूसरी टीम भी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में ग्रामीणों की मदद में जुटी हुई है।

गुरुवार रात एनडीआरएफ की दूसरी टीम भी आधा दर्जन मोटर बोटों के जरिए जिले में उतर गई। पुणे से यह टीम फ्लाइट द्वारा वाराणसी आई और वहां जिले में आ गई। इस टीम के पास अपनी आधा दर्जन मोटर बोंटें हैं। यह टीम जिला मुख्यालय से सटे जय किसान इंटर कालेज सनई में ठहरी हुई है। 40 सदस्यीय यह टीम पूरी तरह आपदा को लेकर प्रशिक्षित है। टीम को जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित गांवों की लिस्ट सौंपी और सुबह से टीम बाढ़ प्रभावित गांवों में उतर गई। वहां बाढ़ पीड़ितों की स्थिति की जानकारी ली और वह तत्काल मदद के लिए जुट गए, जबकि दूसरी 36 सदस्यीय टीम इंस्पेक्टर नितिन की अगुवाई में नौगढ़ तहसील के टड़िया, जोगिया व लखनापार में बचाव कार्य किया। गांव से इलाज के लिए अथवा जिन्हें गांव से बाहर जाना है, ऐसे 271 लोगों को पिछले 36 घंटे में गांव से बाहर निकाला गया है। जनपद में सैलाब का अभी प्रचंड स्तर पर खतरा है। जोगिया, लखनपार, कोएड़, हरनी समेत तमाम गांव बाढ़ की चपेट में हैं। एक दिन पूर्व एनडीआरएफ की सिर्फ एक ही टीम को बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए लगाया गया। उन्हें पीएसी की दो बोटें दी गई थीं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में ग्रामीणों की स्थिति दयनीय है। पानी से घिरे होने के चलते ग्रामीणों को एक-एक कदम पर कठिनाई से जूझना पड़ रहा है। सर्वाधिक जटिल स्थिति सदर तहसील के जोगिया, टड़िया व लखनापार गांव की है। गांव में पानी घुसा हुआ है। यहां कई मकान दाव पर लगे हुए हैं। गांव के कई लोग बीमार हैं। वह इलाज के लिए नहीं निकल पा रहे हैं। ऐसे में गुरुवार दोपहर से एनडीआरएफ की टीम को जिला प्रशासन ने पीएसी की दो नावें सौंपकर राहत एवं बचाव कार्य के लिए लगाया गया। हालांकि एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर नितिन कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन पीएसी से नावें लेकर वह रेस्क्यु में लगे हुए हैं। उनकी टीम जोगिया, लखनापार, डुमरिया, बड़हरा में लगी हुई है। दो बोट के जरिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 271 ग्रामीणों को रेस्क्यू किया गया। 1000 ग्रामीणों तक पानी की पाउच दी गई है। जिले में दो प्लाटून पीएसी की मदद के लिए लगी हुई है। इसमें एक आजगगढ़ की है, जबकि दूसरी प्लाटून को 34वीं वाहिनी बनारस से भी आ गई। इन टीमों के पास अपनी मोटरबोट व वाहन हैं। इसमें से एक इटवा क्षेत्र में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए लगी हुई है।


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