Move to Jagran APP

कटौती से कैसे पूरी हो शासन की मंशा

सिद्धार्थनगर : ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति का फरमान प्रदेश की योगी सरकार द्वारा दिया

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jun 2017 10:38 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jun 2017 10:38 PM (IST)
कटौती से कैसे पूरी हो शासन की मंशा
कटौती से कैसे पूरी हो शासन की मंशा

सिद्धार्थनगर : ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति का फरमान प्रदेश की योगी सरकार द्वारा दिया गया है। जिसके तहत बिजली इतने ही घंटे का बिजली शेड्यूल भी कंट्रोल रूप द्वारा जारी किया गया है। परंतु इस बीच अघोषित कटौती के चलते शासन की मंशा तार-तार हो रही है। तीन दिनों से स्थिति बद से बदतर हो गई है। पहले दो, तीन व चार घंटे की कटौती तो अब छह-छह घंटे की बेतहाशा कटौती। लोकल फाल्ट की समस्या कहीं पैदा हो गई, तो फिर उसकी कटौती अलग से, मतलब 18 घंटे में आठ-घंटे की सप्लाई मिलना मुश्किल हो गया है। उमस भरी गर्मी में कटौती से जनमानस बेहाल है। हर कोई विद्युत विभाग को कोस रहा है।

loksabha election banner

यदि तीन दिनों अघोषित कटौती पर नजर डालें तो दिन ब दिन स्थिति विकट बन रही है। बीते 24 जून को भोर में 4 बजे से कटौती की गई तो सप्लाई 5 बजे आई, यानी पूरे एक घंटे की अघोषित कटौती। इसी दिन शाम को 6.45 बजे कटौती हुई तो आपूर्ति 7 बजे बहाल हुई। इसी रात्रि 11.50 बजे जो कटौती हुई तो फिर मध्य रात 12.50 बजे सप्लाई बहाल हुई। 25 जून रात्रि 2.20 मिनट पर सप्लाई कटी तो फिर 3 बजे भोर तक कटी रही। फिर रात में 9.30 आपूर्ति जो बाधित हुई तो 10 बजे बहाल हुई। अभी 1 घंटा 55 मिनट ही बीते थे कि 11.55 सप्लाई फिर गायब हो गई, जो मध्य रात्रि 12.55 बजे जाकर बहाल हुई। सबसे बुरी स्थिति सोमवार यानी 26 जून को रही। सुबह में 6.30 बजे बिजली कटी तो पूरे एक घंटे बाद 7.30 बजे बहाल हुई। रात्रि में 9.30 बजे फिर आपूर्ति अघोषित कटौती के नाम पर काटी गई तो मध्य रात्रि 12.20 बजे आई, पूरे 2 घंटे 50 मिनट सप्लाई कटौती की भेंट चढ़ी। अभी एक घंटा भी नहीं बीता कि 1.20 बजे रात को फिर बिजली गुल हो गई, 1.40 बजे भले ही बहाल हुई, परंतु 2.20 बजे फिर से आपूर्ति काट दी गई जो 4.20 तक बाधित रही। इस दिन करीब छह घंटे की बिजली सप्लाई अघोषित कटौती के नाम पर काटी गई।

--

अघोषित कटौती ऊपर से होती है, इसमें स्थानीय स्तर पर कुछ नहीं किया जा सकता है। लोकल फाल्ट की समस्या होती है तो उसे तुरंत ठीक कराने का प्रयास किया जाता है, जहां तक संविदा एसएसओ के सो जाने की बात है तो ये गलत है, जांच कराते हैं यदि ऐसा हो रहा है तो संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी।

आरबी शर्मा,अधिशासी अभियंता


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.