परिसीमन से बिगड़ेंगे दिग्गजों के समीकरण
सिद्धार्थनगर : जुलाई में संभावित नगर निकायों के चुनाव से पूर्व नगर पालिका परिषदों व नगर पंचायतों के
सिद्धार्थनगर : जुलाई में संभावित नगर निकायों के चुनाव से पूर्व नगर पालिका परिषदों व नगर पंचायतों के वार्डों के परिसीमन से संबंधित प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इस स्थिति के बाद वार्डों के आरक्षण में भी फेरबदल हो जाएंगे। लिहाजा इच्छित वार्डों में बतौर सदस्य का चुनाव लड़ने वाले दिग्गजों के समीकरण बिगड़ने तय हैं।
हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश शासन के नगर विकास अनुभाग की ओर से सूबे के सभी नगर पालिका परिषदों व नगर पंचायतों के वार्डों के परिसीमन संबंधी आपत्ति मांगी जा रही है। इसके तहत जिले के सभी निकाय क्षेत्रों के वार्डों के परिसीमन पर भी आपत्ति मांगी गई है। इस प्रक्रिया की शुरूआत होने से वार्डों के आरक्षण भी बदलने की पूरी गुंजाइश है। एकाध ही संभावनाओं पर आधारित होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अधिकांश बदल जाएंगे। भविष्य में आरक्षण बदलने जाने की सुगबुगाहट से पहले से तय वार्डों में बतौर सदस्य चुनाव लड़ने वालों की धड़कने तेज हो गई है। किसी को आरक्षण के चलते चुनाव मैदान से बाहर होने का भय सता रहा तो किसी को दूसरे वार्डों के चयन को लेकर माथापच्छी भी तेज हो गई है। निकाय चुनाव में हर बार किस्मत अजमाने वाले या बार-बार चुनाव जीतने वालों की चहलकदमी तेज हो गई है। कई तो दो-दो वार्डों में मतदाताओं से सघन जनसंपर्क करना शुरू कर दिया है। कई बार जीत का स्वाद चखने वाले वर्तमान व पूर्व सदस्य इस बार भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसके लिए अपने-अपने वार्डों का आरक्षण मनमाफिक कराने के लिए तरह-तरह के हथकंडे शुरू कर दिये हैं। कोई जिलाधिकारी कार्यालय के पटल लिपिक से जुगत में लगा है तो कई भाजपा के जनप्रतिनिधियों व सत्ता में पहुंच रखने वालों के पास गणेश परिक्रमा लगाना शुरू कर दिया है। बहरहाल वार्डों का आरक्षण आपत्ति निस्तारण के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा, पर दावेदारों की चहलकदमी काफी तेज हो गई है।
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अध्यक्ष पद के दावेदारों की सक्रियता बढ़ी
नगर पालिका परिषद सिद्धार्थनगर, नगर पालिका परिषद बांसी, नगर पंचायत उस्का बाजार, नगर पंचायत बढ़नी, नगर पंचायत शोहरतगढ़ व नगर पंचायत डुमरियागंज से अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने वालों की सक्रियता बढ़ गई है। संभावित आरक्षण को तय मानकर तैयारियां तेज हो गई है। जिला मुख्यालय पर तो एक पूर्व चेयरमैन ने चुनाव कार्यालय खोलकर गतिविधियां शुरू कर दी है। पहली बार भाजपा के अलावा सपा व बसपा भी अपने-अपने ¨सबल पर चुनाव लड़ाने का निर्णय लिया है। ऐसे में हर दलों में टिकट पाने को लेकर मारामारी तेज हो गई है। सर्वाधिक दावेदारों की चहलकदमी भाजपा में देखी जा रही है। बहरहाल निकाय चुनाव के दिग्गजों का भाग्य आरक्षण को लेकर टिका है।