संगीतमयी कथा सुन श्रोता हुए भाव विभोर
सिद्धार्थनगर : तहसील अन्तर्गत ग्राम बिजवार बढ़ई में चल रहे नौ दिवसीय श्री शतचण्डी महायज्ञ के छठे द
सिद्धार्थनगर :
तहसील अन्तर्गत ग्राम बिजवार बढ़ई में चल रहे नौ दिवसीय श्री शतचण्डी महायज्ञ के छठे दिन बुधवार की रात अवध धाम से पधारी कथा वाचक श्री मानस मंदाकिनी वैष्णवी की संगीतमयी कथा प्रस्तुत की, जिसे सुनकर श्रोता भाव विभोर हो उठे। इस दौरान राम-विवाह की सुंदर झांकी हर किसी के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रही।
प्रवचन में कथा वाचक ने कहा कि भगवान राम के जीवन से हमें जीवन की मर्यादा की सीख मिलती है। इंसान को सदा सत्य का आचरण करना चाहिए झूठ या फरेब से बचते हुए भगवान राम के जीवन आदर्श को अपने जीवन में उतारना चाहिए। शिव धनुष के टूटने पर क्रोधित परशुराम जी को भगवान राम द्वारा मनाए जाने की घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह शालीनता से भगवान ने उन्हे शांत किया, उससे हमें यह सीख लेनी चाहिए की विपरीत परिस्थितियों में भी हमें अपना संयम बनाए रखना चाहिए। सीता स्वयंबर तथा राम विवाह की मोहक तथा संगीतमयी प्रस्तुति पर पंडाल में उपस्थित श्रोता झूमते नजर आए। इस अवसर पर आयोजक हरिशंकर मिश्र, चंद्रशेखर मिश्र, कृष्णावती, सरिता, दीपा, कविता, जगदीश विश्वकर्मा, दुर्गेश मिश्रा, गुड्डू तिवारी, प्रेम राज, अजय पाण्डेय, अष्टभुजा, दिनेश, शिवकुमार, प्रमोद, बब्लू, अवधेश, ललित सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
एक अन्य समाचार के अनुसार क्षेत्र के ग्राम पंचायत हटवा में चल रहे नौ दिवसीय भागवत कथा के तीसरे दिन बुधवार को कथा वाचक प. राम उजागिर शास्त्री ने भगवान विष्णु के नर¨सह अवतार के विभिन्न बिन्दुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भगवान भी भाव के भूखे होते हैं, तथा अपने सच्चे भक्त की सहायता हेतु सदैव तत्पर रहते हैं। आयोजक कम्मल चौधरी सहित संजय मिश्र, प्रदीप, बब्लू वर्मा, रमेश, घिसियावन, चन्द्रभान, समुझ आदि उपस्थित रहे।