विकास की दौड़ में पिछड़ता जा रहा गांव
शोहरतगढ़ : विकास खंड का ग्रामसभा चौड़ार विकास के इस दौर में लगातार पिछड़ता जा रहा है। इसका मुख्य कारण
शोहरतगढ़ : विकास खंड का ग्रामसभा चौड़ार विकास के इस दौर में लगातार पिछड़ता जा रहा है। इसका मुख्य कारण यहां पर कोई प्रधान नहीं है। क्योंकि प्रधान पद की सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हो गई, जबकि यहां पर एक भी घर अनुसूचित जनजाति का नहीं है। इससे यहां प्रशासक नियुक्त किए गए हैं, जो विकास के बजाए अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं।
विकास के लिए राज्य वित्त, चौदहवां वित्त में आने वाला धन कहां खर्च हो रहा है, गांव के लोगों को कानोकान खबर तक नहीं होती है। सफाई कर्मी की नियुक्ति नहीं होने के कारण यहां हरदम गंदगी का अंबार लगा रहता है। यहां की आबादी लगभग एक हजार है, जिसमें सर्वाधिक अनुसूचित जाति के लोग शामिल हैं। इसके अलावा एक हरिजन तौलन निवास करता है, जो अत्यंत गरीब है। झोपड़ी बनाकर अपने परिवार के साथ रहता है। इसके पास एक धुर भी जमीन नहीं है। वह मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करता है। लोहिया अथवा इंदिरा आवस के लिए वह काफी दिनों से सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगा कर अब घर बैठ गया है। उसने बताया कि यहां पर पूर्व में नियुक्त ग्राम विकास अधिकारी ने आवास देने के लिए 5 हजार रुपये लिया था। अब उनका ट्रांसफर कहीं और हो गया, जिससे आवास मिलने की आशा नहीं रह गई है। लगता है पूरी जिन्दगी परिवार के साथ झोपड़ी में ही बितानी पड़ेगी।