उपभोक्ताओं की दुश्वारियां बरकरार
सिद्धार्थनगर : एक हजार व पांच सौ के पुराने नोट बंद होने के 69 दिन बाद भी बैंकों में समस्या जरूर कुछ
सिद्धार्थनगर : एक हजार व पांच सौ के पुराने नोट बंद होने के 69 दिन बाद भी बैंकों में समस्या जरूर कुछ कम हुई है, पर अभी भी सामान्य प्रक्रिया पटरी पर नहीं आ सकी है। मंगलवार को स्थिति यह रही कि कहीं सुबह में ही नो कैश की नोटिस लग गई तो कहीं बैंक के बाहर तक लंबी कतार लगी नजर आई। जिला मुख्यालय के बैंकों में 10 हजार रुपये दिये गये। ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ बैंकों में मात्र एक से दो हजार तक का ही वितरण संभव हो सका। जरूरतमंद उपभोक्ता भुगतान के लिए जूझते दिखाई दिए।
बीते 8 नवंबर की रात से प्रधानमंत्री की ओर से 100 व 500 के पुराने नोट बंद होने के एलान के बाद से ही अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। परेशानियां भले ही कम हुई हैं, पर स्थिति अभी भी सामान्य नहीं है। बैंकों में पहले 2 हजार तक भुगतान हुआ, पवर अभी भी 10 हजार का भुगतान दिया जा रहा है। मंगलवार को जिला मुख्यालय पर बैंकों में कतारें तो कम रही, पर एटीएम पर भारी भीड़ देखी गयी। इसका मुख्य कारण एसबीआइ की मुख्य शाखा समेत एचडीएफसी, सेंट्रल बैंक व यूनियन बैंक को छोड़ अन्य शाखाओं के एटीएम का बंद होना रहा। भनवापुर प्रतिनिधि के अनुसार पूर्वांचल बैंक कलेनिया में सुबह बैंक खुलते ही नो कैश की नोटिस लग गई। भुगतान की आस में बैंक शाखा पर आए ग्राहकों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। एसबीआई भनवापुर में बैंक खुलने से पहले ही बाहर तक लंबी-लंबी महिला व पुरुष की अलग-अलग कतार लग गई। यहां अधिकतम दस हजार रुपए तक ही भुगतान किया गया। भीड़ अधिक होने के कारण उपभोक्ताओं को कैश लेने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। भवानीगंज प्रतिनिधि के मुताबिक पूर्वाचल बैंक भड़रिया में मात्र एक-एक हजार तो बिथरिया में प्रति व्यक्ति दो हजार रुपए का भुगतान किया गया। एसबीआई भवानीगंज में स्थिति आज सामान्य रही और आरबीआई की गाइड के अनुसार भुगतान प्रक्रिया संचालित हुई। औराताल प्रतिनिधि ने बताया कि पूर्वाचल बैंक खरखट्टी में सुबह से ही कैश संकट बना रहा। शाखा प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि शाम तक कैश आने की उम्मीद है। स्टेट बैंक औराताल में काफी अधिक भीड़ उमड़ी, जहां अधिकतम दस हजार रुपए का भुगतान किया गया। बहुत अधिक जरूरतमंद को 24 हजार तक का भुगतान शाखा प्रबंधक की अनुमति पर किया ग