अमन का पैगाम देता है इस्लाम : मौलाना
सिद्धार्थनगर : इस्लाम आपसी भाईचारे की मजबूती के साथ अमन का पैगाम भी देता है। हमें ऐसा किरदार पेश क
सिद्धार्थनगर :
इस्लाम आपसी भाईचारे की मजबूती के साथ अमन का पैगाम भी देता है। हमें ऐसा किरदार पेश करना चाहिए, जिसका असर हर किसी पर पड़े। जुलूस-ए-मुहम्मदी बहुत बड़ा जुलूस है, इसकी तैयारी में कोई कसर बाकी न छोड़ी जाए।
ये बातें जुलूस सदर हजरत मौलाना अलहाज हफीजुल्लाह ने कही। वह बैदौला चौराहा स्थित मदरसा गरीब नवाब में जुलूस-ए-मुहम्मदी की तैयारी के सिलसिले में हुई बैठक को खिताब कर रहे थे। कहा कि 12 रबी अव्वल का जुलूस 12 दिसंबर को बेवा चौराहे से निकलेगा और डुमरियागंज आकर खत्म होगा। चूंकि वक्त बहुत कम है, इसलिए अब तैयारी तेज कर दी जाए। मौलाना ने कहा कि चूंकि न्यायालय ने डीजे पर प्रतिबंध लगा रखा है, इसलिए जुलूस में डीजे का इस्तेमाल न किया जाए और न ही किसी मजहब के खिलाफ किसी प्रकार का नारा लगाया जाए। मी¨टग की शुरुआत हाफिज मोहम्मद रईस द्वारा तिलावते कलाम पाक से की गई, जिसके बाद नात-ए-पाक पढ़ी गई।
बैठक में अफजानुल हक, रशीद अहमद, डा. अफजल हुसैन, डा. मोहम्मद हुसैन, मौलाना शफीक अहमद, जुबेर अहमद, अहमद हुसैन, मो. हाशिम, मौलाना अरशद, कारी उस्मान, मुफ्ती इजहार, मौलाना हामिद रजा, मीर हसन समेत बड़ी तादात में लोग मौजूद रहे।