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फरमान पर भारी पड़ा डाक्टरों का अरमान

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : सूबे में डेंगू व चिकनगुनइया जैसे रोगों के तेजी से फैलने को लेकर स्वा

By Edited By: Published: Sun, 16 Oct 2016 10:38 PM (IST)Updated: Sun, 16 Oct 2016 10:38 PM (IST)
फरमान पर भारी पड़ा डाक्टरों का अरमान

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : सूबे में डेंगू व चिकनगुनइया जैसे रोगों के तेजी से फैलने को लेकर स्वास्थ्य महकमा काफी गंभीर है। शासन स्तर से संयुक्त जिला चिकित्सालयों को रविवार समेत सार्वजनिक अवकाश के दिनों में भी खोलने का फरमान जारी किया गया है। शनिवार को सभी डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को इस आशय के आदेश की जानकारी लिखित रूप से देते हुए अवगत कराया गया, पर रविवार को 95 फीसद डाक्टरों का ओपीडी कक्ष में ताला लगा रहा। इस दौरान दूरदराज से आए 25 मरीजों व उनके तीमारदारों पर्ची कटाने के बाद भी बैरंग लौटना पड़ा। सिर्फ फार्मासिस्ट, नेत्र सहायक, एक्सरे टेक्नीशियन व चतुर्थ कर्मी ने ही ड्यूटी निभाई।

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स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव की ओर से जारी आदेश में प्रदेश में डेंगू व चिकनगुनइया जैसे रोगों के बढ़ते प्रभाव को रोकने और अलर्ट रहने की गरज से सूबे के सभी संयुक्त जिला अस्पतालों को रविवार समेत सार्वजनिक अवकाश के दिनों में भी खोलने का सख्त फरमान है। बीते शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की ओर से प्रमुख सचिव के आदेश का हवाला देते हुए अस्पताल खुलने और ड्यूटी करने के लिए लिखित रूप से अवगत भी कराया गया। रविवार को जिला अस्पताल का नजारा ही कुछ और देखने को मिला। कमरा नंबर 7 में नेत्र चिकित्सक डा संजय गुप्ता व कमरा नंबर 8 में बाल रोग विशेषज्ञ डा संजय चौधरी को छोड़कर सभी डाक्टरों के कमरों में ताला लगा रहा। ओपीडी में दिखाने आए मरीजों व तीमारदारों को बैरंग लौटना पड़ा। कुल 25 मरीजों में अधिकांश को निराश होना पड़़ा। जिले के डुमरियागंज क्षेत्र के अंकित व नीता के परिजनों का कहना था कि रविवार को भी अस्पताल खुलने की जानकारी होने पर आए, पर संबंधित डाक्टर ही नहीं मिले। लिहाजा उन्हें वापस जाना पड़ रहा है। फरहान खां, वेदांत, स्नेहा, अजय कुमार, वर्षा, अंशू, पीयूष आदि के तीमारदारों को भी निराश होना पड़ा। जिस डाक्टर की जरूरत थी, उन्हें न दिखाकर दूसरे चिकित्सक को दिखाना पड़ा। अस्पताल में शतप्रतिशत ड्यूटी करने वालों में फार्मासिस्ट, नेत्र सहायक, एक्सरे टेक्नीशियन व चतुर्थ कर्मी ही शामिल रहे। जिला अस्पताल में तैनात व डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के जिला मंत्री गो¨वद प्रसाद ओझा ने कहा कि शासन के आदेश का पालन करते हुए संवर्ग के साथी व अन्य ने ड्यूटी निभाई, पर अधिकांश डाक्टर के चैंबर खुले ही नहीं। भविष्य में ऐसी स्थिति आने पर विरोध दर्ज कराया जाएगा।

-------------------------डेंगू का लक्षण मिला

संयुक्त जिला अस्पताल के इमरजेंसी में बुखार पीडि़त पारानानकार निवासी 21 वर्षीय सचिन श्रीवास्तव की जांच रिपोर्ट में डेंगू का लक्षण सामने आया। इमरजेंसी में ड्यूटी दे रहे डा.उजैर अतहर ने उन्हें प्रारंभिक इलाज शुरू कर दिया है। जिला अस्पताल में डेंगू के रोगियों के लिए एक अलग से वार्ड स्थापित कर दिया गया है, पर अब तक कोई भर्ती नहीं हुआ है।उमुख्य चिकित्सक अधीक्षक डा. रोचस्मति पांडेय ने कहा कि डेंगू व चिकनगुनइया जैसे रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के साथ ही पीड़ितों का त्वरित उपचार को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से उच्च स्तरीय अफसर के निर्देशानुसार जिला अस्पताल को खोलने का आदेश आया है। जिसके अनुपालन के लिए सभी को अवगत कराया गया था, इसके बावजूद अधिकांश की गैरहाजिरी पर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। भविष्य में आदेश का कड़ाई से अनुपालन के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।


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