जागा महकमा, क्षति का आंकलन शुरू
सिद्धार्थनगर : बाढ़ में बरबाद हुई धान की फसलों के मामले में किसानों को बीमा क्षतिपूर्ति मिलने की उम्
सिद्धार्थनगर : बाढ़ में बरबाद हुई धान की फसलों के मामले में किसानों को बीमा क्षतिपूर्ति मिलने की उम्मीद जगी है। कृषि विभाग, राजस्व एवं बीमा कंपनी की संयुक्त टीम ने क्षति का आंकलन करना प्रारंभ कर दिया है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 50 फीसदी से अधिक क्षति होने की दशा में 15 दिनों के भीतर ही क्षतिपूर्ति मिलने का प्राविधान है। लेकिन विभाग की सुस्ती के चलते इसमें देर हो रही थी। किसानों की इस समस्या पर फोकस करते हुए जागरण ने एक सप्ताह पूर्व छलावा साबित हो रही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। खबर के असर से महकमा जाग गया है और उसने संबंधित एग्रीकल्चरल इंश्योरेंश कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बाकायदा क्षति का आंकलन भी प्रारंभ कर दिया है। शुक्रवार को बाढ़ से प्रभावित नौगढ़ तहसील के 100, शोहरतगढ़ के 70 व बांसी के 35 गांवों का सर्वे किया। डुमरियागंज व इटवा तहसील के बाढ़ प्रभावित गांवों में फसलों को हुई क्षति का आंकलन आज किया जाएगा।
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क्षति का आंकलन किया जा रहा है। इसके बाद जल्दी ही किसानों को उनकी बीमित फसलों की क्षतिपूर्ति भी मिलेगी।
एस.एन.चौधरी
जिला कृषि अधिकारी