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अपनों की अदालत में निरुत्तर रहे शिवपाल

सिद्धार्थनगर : विपक्ष की बात छोड़िए, अपनों की अदालत में भी प्रदेश के काबीना मंत्री शिवपाल यादव घिरे र

By Edited By: Published: Thu, 28 Jul 2016 10:25 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jul 2016 10:25 PM (IST)
अपनों की अदालत में निरुत्तर रहे शिवपाल

सिद्धार्थनगर : विपक्ष की बात छोड़िए, अपनों की अदालत में भी प्रदेश के काबीना मंत्री शिवपाल यादव घिरे रहे। समीक्षा बैठक में सपाइयों ने बाढ़ में त्रासदी के जिम्मेदार बताते हुए प्रशासनिक अमले की शिथिलता व लापरवाही पर जमकर हमला बोला। आरोपों का जवाब देने के बजाए मंत्री ही नहीं, साथ में बैठे विस अध्यक्ष भी खामोश रहे।

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सपा सरकार में मुख्यमंत्री के बाद का हैसियत रखने वाले ¨सचाई मंत्री शिवपाल यादव का उड़नखटोला गुरुवार को जिले में उतरा। उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष माताप्रसाद पांडेय भी थे। सपाई फूले नहीं समां रहे थे। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद पुलिस लाइन के सभागार में हुई समीक्षा में सपाइयों को लगा कि जिले की कमियां व खामियां दूर करने में काबीना मंत्री सकारात्मक कदम उठाएंगे, पर उन्हें मायूसी ही हाथ लगी। सपाइयों ने जिले की मौजूदा हालात पर ¨चता जताते हुए जिले के आला अफसरों समेत विभागीय अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ा। मंत्री जी माकूल जवाब देने के बजाए मंद कंठ से आश्वासनों की घुट्टियां पिलाते रहे। सबसे पहले बाढ़ की भयावह स्थिति की तस्वीर शोहरतगढ़ की विधायक लालमुन्नी ¨सह के प्रतिनिधि उग्रसेन ¨सह ने पेश की। आरोप लगाया कि पहले से निगरानी होती तो स्थिति भयावह नहीं होती। सपा के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र तिवारी तीन दिनों से अपने गांव मसिना नहीं जा पा रहे हैं। इटहिया, गुलरी, अर्री में तीन मौतों के बाद भी अब तक मुआवजा नहीं मिल सका है। पर्याप्त मोटरबोट नहीं है। क्षेत्र के 110 गांवों के बाशिदों को रहना, भोजन दुर्लभ हो गया है। राहत के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। कोमरी, बालानगर, खैरी शीतल प्रसाद, रामापुर जैसे गांवों के अस्तित्व पर खतरा बढ़ा रहा है, जिसे बचाने की आवश्यकता है। उग्रसेन को सवालों का जवाब देने के बजाए सिर्फ खामोशी से सुनते रहे। आला अफसरों के साथ ही ¨सचाई विभाग के अधिकारियों पर शिथिलता को लेकर जमकर बरसे। बांसी क्षेत्र से सपा के पूर्व विधायक लालजी यादव ने भी बाढ़ से पूर्व व मौजूदा समय में प्रशासनिक अमलों की चहलकदमी को शून्य बताते हुए आरोप लगाया कि बांसी-पनघटिया बांध अति संवेदनशील होने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मई से ही गुहार लगा रहा हूं। आला अफसर व विभागीय अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। इनके आरोपों पर भी कोई खासा जवाब या कार्रवाई करने का आश्वासन नहीं मिला। विपदा के समय में भी डीएम द्वारा मोबाइल फोन न उठाने का आरोप लगाते हुए सपा नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुखराज यादव ने कहा कि इमलिहया, सुमाली व चंदवा के बीच ट्रैक्टर के डूबने पर बचाव के लिए फोन करते रहे, डीएम ने रिसीव नहीं किया। एडीएम के पहल पर सहायता मिल सकी। बाढ़ की त्रासदी से बचने के लिए बानगंगा बैराज के उत्तर भाग के गर्व में पटे गाद को साफ कराने के साथ ही बीते पांच साल से गेहूं बेच चुके किसानों का फंसा 70 लाख रुपये का भुगतान कराने का मुद्दा उठाया। जिले में एक भी फिजीशियन न होने समेत डाक्टरों की घोर कमी का मुद्दा सदर विधायक विजय पासवान व जिला पंचायत अध्यक्ष रामकुमार यादव उर्फ चिनकू ने उठाया तो मंत्री ने सीएमओ से वास्तविक जानकारी लेकर मौजूदा व्यवस्था में काम चलाने को कहा। राज्य महिला आयोग की सदस्य व सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष जुबैदा चौधरी ने भी शोहरतगढ़ क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति को भयावह बनाते हुए राहत सामग्री व मदद के लिए हर संभव प्रयास कराने का अनुरोध किया। बहरहाल सपा के जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं के आरोपों पर कोई ठोस आश्वासन व कार्रवाई के बजाए खामोशी के साथ चलता बने। बाद में पत्रकारों के सवाल पर काबीना मंत्री ने कहा कि सभी को संतुष्ट नहीं किया जा सकता है। समस्या निदान के लिए डीएम समेत विभागीय अफसरों को कड़ी हिदायत दी गई है।


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