ज्ञान एवं स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति थे परशुराम
सिद्धार्थनगर : भगवान परशुराम ज्ञान एवं स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति थे। उनके आदर्श ब्राह्मण समाज के लिए
सिद्धार्थनगर : भगवान परशुराम ज्ञान एवं स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति थे। उनके आदर्श ब्राह्मण समाज के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने अपने तपोबल तथा बाहुबल दोनों से ही ब्राह्मण समाज को गौरवान्वित करने का कार्य किया है।
उक्त बातें अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने कही। वह सोमवार को लोहिया कला भवन में आयोजित परशुराम जयंती समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कहा कि आज ब्राह्मणों को एकजुट होने की जरुरत है। बिखराव व आपसी द्वेष ही एक मात्र वजह है जो हमारा समाज पीछे जा रहा है। कोई भी पार्टी हमारे हित की बात नहीं करती है। जातिगत आरक्षण हमारे विकास मे सबसे बड़ी बाधा है। यह आर्थिक आधार पर होना चाहिए। इसके पूर्व उन्होंने भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण तथा मुकेश त्यागी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डा संजयन त्रिपाठी आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
राष्ट्रीय महासचिव श्यामनरायन चौबे के नेतृत्व में एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो अशोक मार्ग होते हुए पूरे नगर का भ्रमण कर पुन: कार्यक्रम स्थल पर पहुंची। रैली में विप्र समाज जोश से लबरेज दिखा। सदानंद शुक्ल, राकेश पाण्डेय, दीपेन्द्र मणि त्रिपाठी, महेन्द्र उपाध्याय, राकेश त्रिपाठी, घनश्याम उपाध्याय, नवल किशोर पाण्डेय, शिवशंकर पाण्डेय, संतोष चौबे, विजय पाण्डेय, आशीष शुक्ला, राजू पाण्डेय, अनिल मिश्र, बबलू तिवारी दिवाकर पाण्डेय सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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सौंपी जिम्मेदारी :
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय महासचिव श्यामनरायन चौबे ने राम नरेश मिश्र एवं मुरलीधर मिश्र को संरक्षक, गंगा मिश्र को परशुराम सेना का जिला प्रभारी, राजेन्द्र पाठक को जिलाध्यक्ष, प्रदीप मिश्रा को पूर्वांचल प्रभारी तथा शनि पाण्डेय को मंडल प्रभारी पद का दायित्व सौंपा।
इसी क्रम में ब्राह्मण विचार मंच के तत्वावधान में गुरुकुल इंटर कालेज महुलानी में भी परशुराम जयंती का आयोजन किया गया। राममूर्ति शुक्ल, कृपाशंकर त्रिपाठी, बालमुकुंद त्रिपाठी, तपानाथ पाण्डेय, विजय पाण्डेय, प्रमोद शुक्ल सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।