बैठक में दी गई संशोधित धाराओं की जानकारी
सिद्धार्थनगर : राजस्व संहिता का क्रियान्वयन एवं विधिवत प्रभावी किये जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी ड
सिद्धार्थनगर : राजस्व संहिता का क्रियान्वयन एवं विधिवत प्रभावी किये जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी डा. सुरेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं कलेक्ट्रेट के समस्त कर्मचारियों की उपस्थिति में एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें जिलाधिकारी द्वारा राजस्व संहिता 2006 को पढ़कर समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को सुनाया गया। संशोधित किये गये धाराओं आदि की जानकारी दी गई।
जिलाधिकारी डा. सुरेंद्र कुमार ने कार्यशाला में उपस्थित समस्त राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिया कि संशोधित राजस्व संहिता 2016 की जो बुक आप सभी लोगों को दी गई है। उसे पूरी तरह से पढ़कर जानकारी प्राप्त करें। इस संबंध में एक और कार्यशाला आयोजित की जायेगी। जिसमें आप सभी लोगों को कार्यशाला में उपरोक्त ¨बदुओं पर जानकारी देना होगा।
राजस्व विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश शासन एवं राजस्व परिषद उ.प्र. लखनऊ के निर्देशानुसार प्रदेश में राजस्व संहिता 2006 में संशोधन करते हुए राजस्व संहिता 11 फरवरी 2016 से लागू की गई है। जो प्रदेश भर में लागू हो चुकी है। राजस्व परिषद उ.प्र. लखनऊ के निर्देशानुसार प्रत्येक वर्ष 11 फरवरी को राजस्व दिवस मनाये जाने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत राजस्व विभागों में कार्यरत अच्छे अधिकारियों को राजस्व परिषद स्तर पर प्रशस्ति पत्र देने की व्यवस्था की गई है। यह प्रशस्ति प्रत्र मंडलायुक्त के द्वारा चयनित राजस्व अधिकारियों को उनके द्वारा संस्तुति किये जाने के पश्चात राजस्व परिषद द्वारा दिया जायेगा। इस संबंध में मंडलायुक्त बस्ती मंडल बस्ती द्वारा जनपद सिद्धार्थनगर से ओम प्रकाश गुप्त तहसीलदार बांसी को प्रशस्त पत्र दिये जाने की संस्तुति राजस्व परिषद, उ.प्र. लखनऊ को दी गई थी। जो दिनांक 11 फरवरी 2016 को ओम प्रकाश गुप्त तहसीलदार बांसी प्रशस्ति पत्र प्राप्त करने हेतु राजस्व परिषद उ.प्र. लखनऊ उपस्थित हुए।
इस कार्यशाला के आयोजन के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अखिलेश तिवारी, अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) पीके जैन, डीडीसी आनंद स्वरूप, उपजिलाधिकारी नौगढ़ राजित राम प्रजापति, बांसी योगानंद पाण्डेय, डुमरियागंज विनय कुमार ¨सह, इटवा जुबेर बेग एवं तहसीलदार, नायब तहसीलदार, एवं कलेक्ट्रेट के समस्त कर्मचारी आदि मौजूद रहे।