जिम्मेदार बेखबर , फुस्स हुआ अभियान
सिद्धार्थनगर : स्वच्छ भारत अभियान की जिम्मेदार ही हवा निकाल रहे हैं। गांव से लेकर कस्बे तक में गंदगी
सिद्धार्थनगर : स्वच्छ भारत अभियान की जिम्मेदार ही हवा निकाल रहे हैं। गांव से लेकर कस्बे तक में गंदगी का बोल बाला है और वह अंजान बने हैं। विकास खंड खेसरहा में गंदगी का बोलबाला है। मुख्य मार्ग हो या सरकारी कार्यालय हर जगह कूडे़ का ढेर व बजबजा रही नालियों यह अभियान पूरी तरह फुस्स ही हो गया है। गर्मी नजदीक देख ग्रामीणों में संक्रामक बीमारी का भय भी सताने लगा है।
बेलौहा बाजार के मुख्य मार्ग से ही सफाई व्यवस्था की पोल खुल जाती है। अगल बगल बना नाला गंदगी के ढेर से पटा है। उठ रही दरुगध आने जाने वालों को मुंह बिचकाने के लिए मजबूर करती है। सबसे अधिक समस्या नाले के दूसरी तरफ दुकान किये दुकानदारों के लिए है। दरुगध के कारण ग्राहक इनके दुकान पर आने से कतरा रहे हैं, इससे उनकी रोजी पर असर पड़ रहा है। रामेर्श्वर, दीना नाथ, भोला आदि दुकानदारों का कहना है कि नाला काफी गहरा है, नहीं तो हम खुद साफ कर देते। इसी प्रकार बेलौहा गांव की भी स्थित है। नालियों में जमा गंदगी दरुगध का पर्याय बनी है। यही नहीं ब्लाक मुख्यालय पर स्थापित पशु अस्पताल परिसर में जमा कचरे का ढेर भी सफाई व्यवस्था की पोल खोल रहा है। ब्लाक के सुभई कनपुरवा, सवाडाड़, कुनौना, दुबाई, पिपरा, झहराव, बौड़िहार मेहनुआ व मुडहरा गांव में जमा गंदगी से ग्रामीणों में संक्रामक रोगों केफैलने का डर समा रहा है।
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गर्मी के मद्दे नजर सफाई कर्मियों को हर जगह सफाई करते रहने का निर्देश दिया गया है। यदि फिर भी कहीं गंदगी हो गई है तो मैं जाकर देखता हूं, सही हुआ तो संबंधित पर कार्रवाई होगी।
सच्चिदानंद शुक्ला
एडीओ पंचायत, खेसरहा