समाज में समरसता का माहौल बनाता है खेल
सिद्धार्थनगर : स्वस्थ शरीर के लिए खेलकूद जरूरी हो गया है। समाज के अंदर खेल के माध्यम से सामाजिक समरस
सिद्धार्थनगर : स्वस्थ शरीर के लिए खेलकूद जरूरी हो गया है। समाज के अंदर खेल के माध्यम से सामाजिक समरसता का माहौल बना सकते हैं। खेल समाज में वर्ग भेद की भावना को भी खत्म कर सकते हैं। यह बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक मुकेश विनायक खांडेकर ने कही। वह मंगलवार को सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध, जनशिक्षा समिति गोरक्ष प्रांत द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रांतीय खेल कूद प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। कहा कि स्वस्थ्य मस्तिष्क के लिए खेलकूद, व्यायाम, योगा जरूरी है। प्रदेश के दस जिलों से प्रतियोगिता में हिस्सा लिए नौनिहाल निश्चित ही देश का मान-सम्मान बढ़ाने में प्रयत्नशील होंगे।
विशिष्ट अतिथि डा. नलिनीकांत मणि त्रिपाठी ने कहा कि खेल बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास बढ़ाने में सहायक होते हैं तथा इससे उन्हें अनुशासन में रहने का सीख मिलती है। अध्यक्षता करते हुए सुभाष गुप्ता ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिए बच्चों से खेल को आगे बढ़ाने के लिए शपथ दिलाया। प्रधानाचार्य अवधेश श्रीवास्तव ने बताया कि सात व आठ अक्टूबर को विद्यालय के विरेंद्र ग्रामीण स्टेडियम में दौड़ कूद, लंबी कूद, गोलाक्षेपण, बैड¨मटन, कबड्डी, खो-खो आदि प्रतियोगिताएं होंगी। विशिष्ट अतिथि गंगा प्रसाद दिवेदी, लालता प्रसाद चतुर्वेदी, संतोष ¨सह, जिला प्रचारक श्रीप्रकाश, डा. आरपी ¨सह, दिनेश मिश्रा ने भी उद्बोधन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित व छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर किया गया।
तीन वर्गों के छात्रों ने लिया हिस्सा
तीन दिवसीय प्रतियोगिता में कक्षा चार से बारहवीं तक के छात्रों ने हिस्सा लिया। इन छात्रों को शिशु वर्ग, बाल वर्ग व किशोर वर्ग में बांट कर प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है।