गोद लिए गांव में नहीं पड़े दो अफसरों के पांव
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों को पोषित करने की गरज से स्थापित राज्य पो
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर : कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों को पोषित करने की गरज से स्थापित राज्य पोषण मिशन के उद्देश्यों को मंडलीय अधिकारियों द्वारा पलीता लगाया जा रहा है। उनके द्वारा जिले के गांवों को गोद लिए जाने के 8 माह बाद भी कदम नहीं पड़े। लिहाजा इन गांवों में कुपोषित बच्चों को पोषित करने की दिशा में क्या कदम उठाए गए होंगे, सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
0 से 5 वय वर्ग के बच्चों को पोषित करने की गरज से बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से पोषाहार देने व हाट कुक्ड के तहत पका पकाया भोजन खिलवाने समेत समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण के कार्यक्रम चलते रहते हैं। नवंबर 2014 में प्रदेश स्तर पर राज्य पोषण मिशन की स्थापना की गई। इसके बाद मंडलीय व जिला पोषण समिति के माध्यम से मंडलीय, जिला व अन्य स्तरीय अफसरों को एक-एक गांव गोद के रूप में सौंपा गया है। इसके पीछे कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों को पोषित करने की दिशा में तेजी लाने की मंशा छुपी है। जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी द्वारा गोद लिए गए गांवों में पाए गए कुपोषित बच्चों को पोषित करने की दिशा में सकारात्मक कदम भी उठाए गए हैं। मंडलीय स्तर के तीन अधिकारियों को जिले के अलग-अलग विकास खंडों के दो-दो गांवों को गोद दिया गया है। इनमें उपायुक्त खाद्य को इटवा ब्लाक के कमदा लालपुर व खरिकवा, संयुक्त शिक्षा निदेशक शिक्षा को डुमरियागंज ब्लाक के बनकटी व भानपुर मस्जिदिया व संयुक्त निदेशक कृषि को बजंरहा बुजुर्ग व महुआ गांव गोद के रूप में दिया गया है। इन मंडलीय अफसरों में सिर्फ संयुक्त निदेशक कृषि द्धारा ही गोद लिए गांवों के भ्रमण की सूचना है। दो अन्य अफसरों को जिम्मा मिलने के लगभग 8 माह बाद भी इन गांवों में कदम रखने की फुर्सत नहीं मिल सकी। पक्ष जानने के लिए उपायुक्त खाद्य के मोबाइल नंबर 7398856637, संयुक्त निदेशक शिक्षा के मोबाइल नंबर 9411685621 पर बुधवार सायं क्रमश: 5.15 बजे व 5.16 बजे प्रयास किया गया, पर काल रिसीव नहीं हो सका।
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राज्य पोषण मिशन के निर्देशानुसार 62 जनपद स्तरीय व अन्य अधिकारियों की ओर से 124 गांव गोद लिए गए हैं। गोद लिए गए ग्राम सभाओं का नियमित भ्रमण किया जा रहा है। अतिकुपोषित बच्चों का चिन्हांकन करते हुए मिशन के निर्देशों का अनुपालन किया जा रहा है। ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवसों की गुणवत्ता पर जिला स्तरीय पोषण समिति में समय-समय पर समीक्षा की जाती है। गोद लिए अफसरों को वीएचएनडी दिवस में उपिस्थत रहने तथा उसकी सक्रिय क्रियाशीलता के लिए आवश्यक निर्देंश प्रदान किए गए हैं। जहां तक मंडलीय स्तरीय अफसरों के भ्रमण की बात है तो संयुक्त निदेशक कृषि को छोड़कर किसी अन्य अफसरों के भ्रमण की जानकारी नहीं है।
राजेश कुमार ¨सह
प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी